देश इस वक्त कोरोना वायरस जैसी गंभीर महामारी से लड़ रहा है। इस महामारी के खिलाफ जंग की कमान चिकित्सकों के हाथ में है। इस बीच पुद्दुचेरी में अस्पताल के 54 कर्मचारियों को ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में निकाल दिया गया है। यह सभी कर्मचारी पुद्दुचेरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में कार्यरत थे।
आपको बता दें कि इस सरकारी अस्पताल में Covid-19 से संक्रमित मरीजों की देखरेख के लिए खास इंतजाम किये गये हैं। 2 अप्रैल को अस्पताल में ड्यूटी के दौरान तैनात इन सभी 54 कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने अस्पताल में लापरवाही की है।
बीते गुरुवार (02 अप्रैल) को जिले के कलेक्टर टी अरुण ने इस संबंध में एक नोटिस जारी किया। Indira Gandhi Medical College Hospital के डीन ने कलेक्टर को एक रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें कहा गया था कि यह सभी कर्मचारी इस दिन ड्यूटी से लापता था। यह सभी कर्मचारी संविधा के आधार पर नियुक्त किये गये थे।
कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के संबंध में जो आदेश जारी किया गया है उसमें कहा गया है कि 2 अप्रैल को इन सभी के ड्यूटी पर नदारद होने की वजह से आपातकालीन सेवाओं में बाधा पहुंची है। कर्मचारियों के इस कृत्य से यह सामने आया है कि वो इस महामारी के वक्त अपनी ड्यूटी को लेकर लापरवाह हैं।
आपको बता दें कि चूकि सभी कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर नियुक्त किये गये थे लिहाजा इंस्टीच्यूट को यह अधिकार था कि वो बिना किसी नोटिस थमाए उन्हें कभी भी नौकरी से निकाल सकती है।
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के बाद किसी सरकारी अस्पताल के 50 से ज्यादा कर्मचारियों को एक साथ नौकरी से निकालने जाने की संभवत: यह पहली घटना है।
केंद्र तथा राज्य की सरकारों ने इससे पहले चिकित्सकों से अपील की थी कि वो अपनी छुट्टियां, इत्यादि छोड़ कर इस वक्त कोरोना से लड़ने में अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर अपनी भूमिका अदा करें। इसके बाद से ही विभिन्न अस्पतालों में चिकित्सक इस महामारी से लड़ने में जी-जान से जुटे हुए हैं।
