आईआईटी (IIT) हैदराबाद के 20 वर्षीय एक छात्र ने मंगलवार को संगारेड्डी जिले के कंडी परिसर में छात्रावास की इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली। कंप्यूटर विज्ञान के तृतीय वर्ष के छात्र सिद्धार्थ पिचिकला ने लगभग 3.30 बजे छात्रावास भवन की तीसरी मंजिल से छलांग लगाई। उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए गांधी अस्पताल भेज दिया गया।

दोस्तों को ईमेल से सूचना भेजी थी : हैदराबाद के रहने वाले सिद्धार्थ ने आत्महत्या करने से पहले कथित तौर पर अपने दोस्तों को ईमेल भेजा था। उसमें उसने कहा था कि वह पढ़ाई में पिछड़ गया है और अपने करियर में फेल होने से डर रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि छात्र के दोस्तों और हॉस्टल में रहने वाले अन्य लोगों से इस बारे में बात करके वजह का पता लगाया जाएगा।

Hindi News Today, 29 October 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

संस्थान में इस साल तीन छात्रों ने खुदकुशी की : इस साल संस्थान में यह तीसरी आत्महत्या है। जुलाई में उत्तर प्रदेश के दूसरे वर्ष के छात्र मार्क एंड्रयू चार्ल्स (20) ने अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसने भी अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उन्हें अच्छे अंक नहीं मिले और दुनिया में असफलताओं का कोई भविष्य नहीं है। फरवरी में तीसरे वर्ष के छात्र अनिरुद्ध मम्माननी ने छात्रावास की इमारत से कूदकर जीवन समाप्त कर ली थी।

नंबर कम आने से आत्मविश्वास खो देते  हैं छात्र : गौरतलब है कि पढ़ाई में नाकामी और पिछड़ने के डर से अक्सर छात्र अपनी जान दे देते हैं। ऐसे लोगों को काउंसिलिंग की जरूरत होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि पढ़ाई में नंबर कम आने या फेल होने से छात्र-छात्राओंं को अपना आत्मविश्वास नहीं खोना चाहिए। उन्हें नंबर को अपनी योग्यता नहीं माननी चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि अपनी रुचि का विषय नही मिलने पर भी पढ़ाई में नंबर कम आते हैं। ऐसे में कोर्स को चुनते समय अपनी पसंद और क्षमता का ध्यान रखना चाहिए।