छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक केबल चैनल की न्यूज एंकर 5 साल पहले गायब हो गई थी। अब पुलिस ने खुलासा किया है कि उसके प्रेमी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद उसने शव को कोरबा में एक पुल के पास दफना दिया था। जहां एक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया गया है। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

इस मामले में अधिकारियों ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 25 साल महिला न्यूज एंकर के लापता होने के लगभग पांच साल बाद पुलिस ने उसकी हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी मृतका के साथ रिश्ते में था। उसे मृतका पर शक था। इसके अलावा अपराध के पीछे के मकसद के बारे में प्रारंभिक जांच के अनुसार पैसों का भी कुछ मामला था।

पुलिस ने कहा कि शव का पता लगाने के संबंध में आगे की कार्रवाई अदालत के आदेश के अनुसार की जाएगी। आरोपियों की पहचान मधुर साहू (37), कौशल श्रीवास (29) और अतुल शर्मा (26) के रूप में हुई है। जो कोरबा शहर के ही रहने वाले हैं।

परिजनों ने जनवरी 2019 में दर्ज कराई थी गुमशुदगी की शिकायत

इस मामले में कोरबा के पुलिस अधीक्षक उदय किरण ने कहा कि पीड़िता सलमा सुल्ताना लश्कर के परिवार के सदस्यों ने जनवरी 2019 में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक स्थानीय केबल समाचार चैनल में एंकर के रूप में काम करने वाली लश्कर ने कुसमुंडा पुलिस थाना क्षेत्र में अपना पैतृक घर छोड़ दिया था और यहां शारदा विहार इलाके में आरोपी मधुर साहू के साथ रह रही थी।

इस साल मार्च में पुलिस ने लापता महिलाओं और बच्चों का पता लगाने के लिए ‘ऑपरेशन मुस्कान’ शुरू किया था। इस दौरान लश्कर के मामले की जांच की गई थी। उदय किरण ने कहा कि जांच में पुलिस को मालूम हुआ कि मामले में परिवार के कुछ सदस्यों के बयान अभी दर्ज नहीं किए गए हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले की जांच के लिए शहर के पुलिस अधीक्षक (दार्री) रॉबिन्सन गुरिया के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया था। बयान दर्ज करने पर पुलिस को पता चला कि लश्कर ने एक राष्ट्रीयकृत बैंक से लोन लिया था और इसकी किश्तें अभी भी उसके खाते के जरिए भुगतान की जा रही थीं। आगे की जांच से पता चला कि साहू जो एक जिम का मालिक है वह लश्कर के खाते में पैसे जमा कर रहा है।

उदय किरण ने आगे कहा कि पुलिस की जांच शुरू होने के बाद साहू फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने लश्कर के पांच साल पुराने कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच की और साहू व मृतक के परिचित लोगों से पूछताछ की। पूछताछ में लोगों ने आरोपियों पर ध्यान केंद्रित किया। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।