दुनिया में कई सारे सीरियल किलर हुए लेकिन अमेरिका के चार्ल्स मैनसन की तरह शायद कोई नहीं। यह ऐसा हत्यारा था जिसने आम लोगों के अलावा कई मशहूर हस्तियों को मारा या फिर अपने साथियों से मरवा डाला। इतना ही नहीं बल्कि हत्या के बाद दीवारों पर खून से लिखे संदेश छोड़ना भी इसका शगल था। यह सीरियल किलर अपराध की दुनिया में कुख्यात तो था ही बल्कि एक धार्मिक पंथ भी चलाता था।
ओहियो के सिनसिनाटी में 12 नवंबर 1934 को पैदा हुए चार्ल्स मैनसन का शुरुआती जीवन बड़ा ही उतार-चढ़ाव से भरा रहा। इसलिए छोटी सी उम्र में ही उसे चोरी और अन्य अपराधों की लत लग गई। साल 1947 में 12 साल की उम्र में उसे बाल सुधार गृह भेजा गया। कुछ दिनों बाद जब चार्ल्स बाहर आया तो वह उग्र स्वभाव और मानसिक तौर पर कमजोर हो गया। इसके बाद उसने लगातार 20 सालों तक कई गंभीर अपराधों को अंजाम दिया।
इन 20 सालों में चार्ल्स को कई बार जेल भेजा गया, लेकिन जब 1967 में चार्ल्स को जेल से रिहा किया गया तो वह सैन फ्रांसिस्को चला गया। फिर चार्ल्स की मुलाक़ात एक संगीत सिखाने वाले शिक्षक गैरी हिनमैन से हुई। चार्ल्स मैनसन ने एक ग्रुप बनाया जिसे मैनसन फैमिली का नाम दिया। इस समूह में उसने कई सारे लोगों को जोड़ा जो एक तरह से उसके अनुयायी थे। दरअसल, चार्ल्स एक पंथ चला रहा था जिसके तहत वह अपने आपको भगवान् मानता था।
इसी दौरान गैरी हिनमैन ने चार्ल्स की मुलाकात एक मशहूर फिल्म निर्देशक रोमन पोलान्सकि से कराई और चार्ल्स को अभिनेता के तौर पर काम देने को कहा। बस एक ना और चार्ल्स के अनुयायियों ने गैरी हिनमैन को मौत के घाट उतार दिया। फिर थोड़े दिनों बाद चार्ल्स के अनुयायियों ने मशहूर फिल्म निर्देशक रोमन पोलान्सकि की पत्नी अभिनेत्री शेरोन टेट, हेयर स्टाइलिस्ट जे सेबरिंग और अबिगैल फोल्गर और राइटर वोजिक फ्राइकोवस्कि की बेरहमी से हत्या कर दी।
इन पांच मौतों ने पूरे अमेरिका को दहला दिया। इन हत्यारों ने सभी को मारने के बाद दीवार पर लिख दिया सूअरों की मौत। फिर इन मैनसन ग्रुप से जुड़े लोगों ने एक सुपरमार्केट के एग्जीक्यूटिव और उसकी पत्नी की हत्या कर दी। चार्ल्स के चार अनुयायियों को साल 1969 में पकड़ लिया गया। इस सभी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसने चार्ल्स मैनसन के कहने पर सभी लोगों को मारा था। इन हत्याओं के पीछे का इरादा सभी को हैरान करने का था।
पुलिस की जांच में सामने आया चार्ल्स ने खुद भी कई लोगों को मारा था। लेकिन उसे गैरी हिनमैन की हत्या में दोषी पाया गया और उम्रकैद की सजा सुनाई गई। फिर उसके चार अनुयायियों को भी हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास की सजा मिली। साल 2017 में दक्षिण कैलिफोर्निया की एक जेल में 83 साल की उम्र मैंशन की प्राकृतिक कारणों से मौत हो गई।