यूपी के बांदा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कोर्ट ने एक लड़के को लव लेटर लिखने के लिए एक साल की सजा सुनाई है। जी हां आपने सही सुना है। असल में लड़के ने यह लेटर 15 साल पहले अपनी गर्लफ्रेंड को लिखा था। उसने यह लेटर अपनी गर्लफ्रेंड को दिया था। वह लेटर गर्लफ्रेंड की मां तक पहुंच गया। जिसके बाद लड़की की मां ने नाबालिग लड़के के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। उस वक्त लड़का नाबालिग था औऱ स्कूल में था। लड़की भी नाबालिग थी और स्कूल में थी। मामला शहर कोतवाली के एक गांव का है।

अपनी शिकायत में लड़की की मां ने कहा था कि लड़के ने उसकी बेटी को अश्लील लेटर लिखा और बेटी के साथ छेड़छाड़ भी की। इसके बाद पुलिस ने लड़के के खिलाफ केस दर्ज कर लिया जिसके बाद मामला कोर्ट पहुंच गया। यह केस पिछले 15 सालों से चल रहा था। तारीख पर तारीख पड़ी मगर किसी पक्ष ने हार नहीं मानी। इस दौरान कई जज भी बदल गए। अब कोर्ट ने लड़के को दोषी मानते हुए उसे एक साल की सजा सुनाई।

अब लड़का बालिग हो चुका है। उसने कोर्ट में कहा कि मैं केस लड़ने में सक्षम नहीं हूं। इसके बाद जज ने उसे एक साल की परिवीक्षा की सजा सुनाई और तीन हजार का जुर्माना भी लगाया। कुल मिलाकर लड़के का 15 साल पहले लेटर लिखना अब उस पर भारी पड़ रहा है।

असल में लड़की की मां ने मई 2008 में थाने में जाकर गांव के नाबालिग लड़के के खिलाफ केस दर्ज कराया था। महिला ने आरोप लगाया था कि जब उसकी बेटी स्कूल जा रही थी कि तो नाबालिग लड़के ने उसके साथ छेड़खानी और अश्लील हरकत की। महिला ने यह भी कहा था कि 21 मई 2008 को आरोपी ने मेरी बेटी को मेरे छोटे बेटों के हाथों लव लेटर भेजा था। जिसमें यह भी लिखा था कि अगर तुमने मामले की शिकायत की तो तुम्हें और तुम्हारे परिवार को खत्म कर दूंगा।

2008 से 2023 तक चला केस

साल बीत गए, कई जज बदले, 70-80 तारीखें पड़ीं और अब जाकर कोर्ट ने फैसला सुनाया। 2008 से लेकर 2023 तक केस चला। तमाम दलीलें दी गई, गवाह पेश हुए औऱ अब लड़के को एक साल की सजा मिली है। हालांकि लड़के ने जज के सामने आपने जुर्म कबूल कर लिया और दोबारा ऐसी गलती ना करने की बात कही। उसने जज से माफी मांगी और कहा कि वह केस लड़ने में सक्षम नहीं है। इसके बाद कोर्ट ने उसे परिवीक्षा की सजा सुनाई। यानी वह एक साल तक अभियोजन अधिकारी के पर्यवेक्षण में रहेगा। उसे हर महीने की पहली तारीख को प्रोवेशन अधिकारी के सामने हाजिरी देनी होगी। साथ ही अगर वह कोई गलती करता है तो उसे सजा काटनी पड़ सकती है।