उत्तर प्रदेश का बिजनौर शहर जहां 28 फरवरी 2022 को राजेश अग्रवाल अपनी पत्नी बबिता के साथ अचानक गायब हो जाते हैं। राजेश कारोबारी तो पत्नी बबिता ब्यूटी पार्लर चलाती थी। दोनों के लापता होने के बाद बबिता के भाई मनोज राणा घर पहुंचे तो कोई मिला ही नहीं। मनोज की इस बीच बबिता से कोई बात नहीं हो पाई, जिसके चलते वह चिंता में थे। फिर 7 मार्च को मनोज के द्वारा दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई गई।

राजेश और बबिता दोनों 22 साल से एक साथ थे लेकिन उन्हें कोई संतान नहीं थी। दोनों अपने जीवन में खुश थे लेकिन 28 फरवरी को वह अचानक गायब हो गए। बबिता के भाई मनोज गाजियाबाद में रहते थे और फिर उन्होंने ही पुलिस को उक्त घटना की सूचना दी। पुलिस ने छानबीन शुरू की और मनोज से किसी तरह की रंजिश के बारे में पूछा। मनोज ने बताया कि विवाद कोई नहीं था पर हो सकता है कि उनकी दोस्त रोमा कुछ बता पाए।

पुलिस ने रोमा से पूछा तो पता चला कि उनकी कई दिनों से मुलाकात नहीं हुई। पुलिस ने राजेश के परिजनों से संपर्क किया तो पता चला कि वह हल्द्वानी घूमने गए हैं और कुछ दिन पहले फोन किया था। परिजनों ने बताया कि राजेश ने बताया था कि उनका फोन ख़राब हो गया है इसलिए दूसरे के नंबर से बात कर रहे हैं। पुलिस ने दोनों की मोबाइल लोकेशन निकाली तो पता चला कि वह नैनीताल, हलद्वानी, हरिद्वार गए थे।

इसी कड़ी में पुलिस मनोज और रोमा के साथ हल्द्वानी पहुंची लेकिन दोनों फोन की लोकेशन लगातार बदलती रही। इस दौरान पुलिस ने उस नंबर से बात की जिससे राजेश ने अपने परिजनों को फोन किया। उस नंबर के ठिकाने पर पुलिस पहुंची तो एक महिला मिली। महिला ने बताया कि 2 मार्च को इस नंबर से किसी शख्स ने कॉल किया लेकिन राजेश की तस्वीर दिखने पर वह मुकर गई। उसने बताया कि फोन करने वाला नौजवान था।

इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि राजेश अग्रवाल के नाम से एक स्कूटी हरिद्वार बस स्टैंड पर लावारिस मिली है। जांच हुई तो सीसीटीवी में एक लड़का स्कूटी खड़ा करते हुए दिखा। यह लड़का रोमा का बेटा तुषार था जिससे पुलिस ने पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया। तुषार के मुताबिक उसकी मां रोमा और प्रेमी मुकेश ने जायदाद हथियाने के लिए पूरी साजिश रची थी। फिर राजेश और बबिता का कत्ल कर घर में ही दफना दिया गया है।

पुलिस ने बताया कि कभी राजेश और रोमा की शादी होने वाली थी। लेकिन किसी अनबन के चलते राजेश ने दूसरी शादी बबिता से की। इसी झगड़े के बाद रोमा ने बेटे तुषार के साथ कत्ल साजिश रची फिर इसमें उसका प्रेमी मुकेश भी शामिल हुआ। हालांकि, रोमा के दोनों बच्चों के आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों पर पिता के नाम के जगह राजेश का नाम दर्ज था। दोनों बच्चे राजेश और बबिता को मम्मी-पापा कहते थे।

रोमा, तुषार और मुकेश ने 28 फरवरी को पहले राजेश का कत्ल किया फिर बबिता को मारकर घर और पशुशाला में गड्ढे में दफना दिया। इसके बाद तुषार ने दोनों के फोन एक ट्रेन में छोड़ दिए ताकि पुलिस लोकेशन के चक्कर में गुमराह रहे। घटना के वक्त रोमा की बेटी भी घर पर रही लेकिन वारदात के बाद रोमा ने उसे बहला-फुसलाकर अपने मायके भेज दिया था। फिर पुलिस ने तीनों की निशानदेही पर शव बाहर निकलवाए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।