बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी खिचड़ी सभी राजनीतिक दलों में पकने लगी है। चुनाव के बहाने हम चर्चा कर रहे हैं उन बाहुबलियों की जिनपर आपराधिक मामले तो दर्ज हुए लेकिन इससे उनके राजनीतिक करियर को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। इस कड़ी में आज बात बाहुबली की छवि के लिए मशहूर रामा सिंह की। 90 के दशक में रामा सिंह और डॉन अशोक सम्राट की दोस्ती काफी मशहूर हुआ करती थी। बाद में सम्राट चौधरी को हाजीपुर में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। रामा किशोर सिंह उर्फ रामा सिंह की पहचान महनार इलाके में एक दबंग की है।
रामा सिंह अपहरण, धमकी, रंगदारी, मर्डर जैसे संगीन अपराध में आरोपी रहे हैं। कहा जाता है कि कुछ अन्य बाहुबलियों की तरह ही रामा सिंह ने भी रेलवे की ठेकेदारी को हथिया कर अपना वर्चस्व जमाना शुरू किया था। कई टेंडर रामा सिंह को अपनी दबंगई पर मिले। बाद में इस खेल के बड़े खिलाड़ी सूरजभान सिंह, राजन तिवारी के गुट से उनका मतभेद हुआ और फिर रामा सिंह ने अपना अलग गुट बनाया और अलग राह पर निकल गए। अपराध की गलियों से होते हुए वो सियासत के शहर में पहुंचे और फिर यहां भी मशहूर हो गए।
रामा सिंह पांच बार विधायक रहे हैं और 2014 के मोदी लहर में राम विलास पासवान की लोजपा (LJP) से वैशाली से सांसद चुने गए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद दिवंगत नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने जयचंद वैद अपहरण कांड को ही आधार बना कर पटना हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह का आरोप था कि चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र में रामा किशोर सिंह ने वैद अपहरण कांड से संबंधित जानकारी नहीं दी है, इसलिए लोकसभा की उनकी सदस्यता रद्द की जानी चाहिए।
दरअसल यह मामला 2001 में छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के कुम्हारी इलाके में एक पेट्रोल पंप व्यवसायी जयचंद वैद्य के अपहरण से हुआ था। अपहरणकर्ता जयचंद को उनकी कार के साथ ले गए थे। इस केस में रामा सिंह को छत्तीसगढ़ की अदालत में सरेंडर कर जेल भी जाना पड़ा था। साल 1996 से लगातार 5 बार वैशाली सीट पर राजद का झंडा गाड़ने वाले रघुवंश सिंह का विजय रथ भी 2014 में लोजपा के रामा सिंह ने ही रोका था।
2014 में सांसद बनने के बाद 2019 में एलजेपी ने रामा सिंह को टिकट नहीं दिया था। यहां से वीणा देवी को प्रत्याशी बनाया गया था। बहरहाल रामा सिंह ने अब राबड़ी देवी से मुलाकात कर ली है और चर्चाओं का बाजार गर्म है कि वो पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव में विपक्षियों के खिलाफ ताल ठोकेंगे।
