बिहार विधानसभा के चुनाव में किस्मत आजमा रहे कई बाहुबलियों की चर्चा अब तक हमने की है। आज हम बात करेंगे एक ऐसे उम्मीदवार की जिसपर नक्सली वारदातों को अंजाम देने का आरोप है। Bhartiya Sanyukt Kisan Party ने मुजफ्फरपुर के मीनापुर विधानसभा सीट से भारती देवी को मैदान में उतारा। भारती देवी पर संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के 6, हत्या की कोशिश के 2, रंगदारी मांगने के 2 और चोरी की घटना को अंजाम देने समेत कई अन्य गंभीर केस दर्ज हैं। भारती देवी मोतीपुर के कोदरकट्टा गांव में 18 साल पहले नक्सलियों (Naxalites) के साथ हुई पुलिस मुठभेड़ की आरोपी भी हैं।
भारती का पति रोहित सहनी हार्डकोर नक्सली है और इस समय जेल में है। भारती देवीके ससुर मुसाफिर सहनी भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय कमेटी के सदस्य थे लेकिन जेल में उनकी मौत हो चुकी है। हाल ही में मीनापुर विधानसभा क्षेत्र की भारतीय संयुक्त किसान पार्टी से प्रत्याशी भारती देवी उर्फ कुमारी भारती को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था।
दरअसल साल 2002 में उनपर एक नक्सली घटना को अंजाम देने का आरोप है। भारती पर कंस्ट्रक्शन कम्पनी के कैम्प पर आग लगाने का आरोप है। तब मोतीपुर स्थित शिमला कंस्ट्रक्शन के कैम्प पर जेसीबी समेत अन्य गाड़ियों में आग लगा दी गई थी। भारती इस मामले में जमानत पर नहीं थी। वहीं गिरफ्तार भारती ने कहा था मुझ पर पुलिस पर गोली चलाने का आरोप है।
कहा जाता है कि भारती देवी भी पति और ससुर की तरह ही नक्सली वारदातों को अंजाम देने में माहिर रही है। साल 2002 में मोतीपुर के कोदरकट्टा में नक्सली और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें भारती देवी भी शामिल थी। मुठभेड़ के दौरान वो तो फरार हो गई थी, लेकिन पुलिस ने उस वक्त हथियार के साथ ही गोली और बड़े पैमाने पर विस्फोटक सामान बरामद किया था। इस कांड में वो लगातार फरार चल रही थी।
उनके ऊपर नक्सली वारदात को अंजाम देने की एफआईआर वैशाली, मुजफ्फरपुर और मोतिहारी जिलों के थानों में दर्ज हैं। उन्होंने हर केस में कोर्ट से जमानत ले रखी थी। लेकिन, मोतीपुर थाने में दर्ज केस के तहत अब तक फरार चल रही थी। यहां के केस में उन्होंने जमानत नहीं ली थी।