सड़क पर गुजरने वाले राहगीर उसे भीखारी समझते थे। शरीर से दिव्यांग अधेड़ उम्र के इस भीखारी के बारे में शायद किसी ने नहीं सोचा था कि वो एक वहशी दरिंदा भी हो सकता है। जब 15 और 16 साल की दो लड़कियों ने इस शख्स की हक़ीक़त पुलिस के सामने बयां कि तो उसके भी होश उड़ गए। यह मामला उत्तरप्रदेश का है। यह दोनों लड़कियां बादशाहनगर स्टेशन से ट्रेन पकड़कर कहीं जाने की कोशिश में थीं। इसी दौरान प्लेटफॉर्म पर गश्ती कर रहे पुलिस जवानों की नजर इस लड़की पर पड़ गई। शक होने पर पुलिस ने इन दोनों लड़कियों को थाने लेकर आई और फिर पूछताछ के बाद लड़कियों ने बड़ा खुलासा किया।

लड़कियों ने बताया कि विजय बद्री उर्फ बंगाली नाम के एक शख्स ने कुछ समय पहले उनके घर वालों से जान-पहचान बढ़ाया और फिर एक दिन नशीली दवा खिलाकर उनसे दुष्कर्म किया। इसके बाद विजय बद्री ने इन दोनों लड़कियों को देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया। आरोपी ने अपने पास दो लड़कों को भी रखा था और इन लड़कों की मदद से वो ग्राहक लाता था। लड़कियों ने बताया कि आरोपी अक्सर नशीली दवा खिलाकर उनके साथ रेप करता था और बेहोशी की हालत में उनके शरीर को ब्लेड से जख्मी कर देता था। इतना ही नहीं वो इन लड़कियों का खून अपने शरीर पर मलता भी था।

दरअसल विजय बद्री के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक वो शरीर से दिव्यांग था और अपने पैर पर वो पट्टी बांध कर रहता था। वो इन लड़कियों का खून अपनी पट्टी पर लगा लेता था ताकि लोग उसे जख्मी समझे। वो सड़कों पर भीख मांगता फिरता था ताकि किसी को उसपर शक ना हो। विजय बद्री मूल रुप से बंगाल का रहने वाला है। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस उसपर कानून के मुताबिक कार्रवाई में जुटी है। (और…CRIME NEWS)