बेंगलुरु महालक्ष्मी मर्डर केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। हत्या की गुत्थी सुलझती हुई नजर आ रही है। सरकारी अस्पताल में जब कमरे में रखे फ्रिज से बरामद टुकड़ों को गिना गया तो पता चला कि 3, 40 नहीं बल्कि लाश के कुल 59 टुकड़े किए गए थे। इस हत्या कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। लोगों का कहना है कि इस हत्याकांड ने श्रद्धा वाल्कर मर्डर केस को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है।

पुलिस के अनुसार, कमरे का मंजर ऐसा था कि किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं। फ्रिज में से कीड़े निकलने का दावा किया गया। इतना ही नहीं लाश के टुकड़े सड़ने के कारण कमरे में भी कीड़े रेंग रहे थे। पुलिस जब कथित कमरे पर पहुंची तो मंजर देख हैरान रह गई। पुलिस का कहना था कि हत्या 20 से 25 दिन पहले की गई है। कमरे में ट्रॉली बैग रखा हुआ था, कई टुकड़े कमरे में थे और बाथरूम साफ करने की कोशिश की गई थी।

कौन था हत्या का आरोपी, सुसाइ़ड नोट में कबूला जुर्म

कल 25 सितंबर गुरुवार को खबर आई कि 29 साल की महालक्ष्मी मर्डर केस के संदिग्ध ने कथित तौर पर ओडिशा में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान मुक्तिरंजन प्रताप राय (31) के रूप में हुई है। पुलिस उपायुक्त (मध्य) शेखर एच टेक्कनवार ने बेंगलुरु में बताया कि वह ओडिशा के भद्रक जिले के धुसुरी थाना क्षेत्र में पेड़ से लटका हुआ मृत मिला था। भद्रक के पुलिस अधीक्षक वरुण गुंटुपल्ली ने बताया कि आरोपी भुईनपुर गांव का रहने वाला था और पुलिस ने घटनास्थल से एक डायरी भी बरामद की है जिसमें राय ने कबूल किया है कि उसने महिला महालक्ष्मी की हत्या करने के बाद उसके शरीर के 50 से अधिक टुकड़े कर दिए थे।

मुक्तिरंजन प्रताप राय और महालक्ष्मी के बीच प्रेम संबंध की बात आई सामने

बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि आरोपी मुक्तिरंजन प्रताप राय और महालक्ष्मी के बीच प्रेम संबंध था। कथित तौर पर महालक्ष्मी उस पर शादी का दबाव बना रही थी, इसे लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था और इसलिए आरोपी ने उसकी हत्या की। बेंगलुरु पुलिस के अनुसार, राय और महालक्ष्मी एक कपड़े की दुकान में काम करते थे और वहीं उनकी मुलाकात हुई जिसके बाद वे दोस्त बन गए। दोनों के बीच प्रेम संबंध था। बेंगलुरु पुलिस ने प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए बताया कि महालक्ष्मी कथित तौर पर उस पर शादी करने का दबाव बना रही थी। इस वजह से उनके बीच लगातार बहस होती रही और फिर झगड़ा हो गया। जाहिर तौर पर इस बात से नाराज होकर आरोपी ने महालक्ष्मी की हत्या कर दी और बाद में उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए।

गुस्सैल था आरोपी, भाई से कहा मैंने उसकी हत्या कर दी

आरोपी कथित तौर पर बहुत ही गुस्सैल स्वभाव का था। बेंगलुरु पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला की हत्या करने के बाद राय ने अपने छोटे भाई को फोन किया और उसे तुरंत किराए का घर खाली करने के लिए कहा लेकिन जब उसने इसका कारण पूछा तो राय ने अपने भाई से कहा कि वह उससे फोन पर बात नहीं कर सकता और घर पर मिलकर उसे सब बताएगा। उन्होंने आगे बताया कि जब आरोपी के छोटे भाई से पूछताछ की गई तो उसने खुलासा किया कि महिला की हत्या कर जब राय घर आया तो उसने उसके (छोटे भाई के) सामने हत्या की बात कबूल की और कहा कि वह अब इस शहर में नहीं रह सकता इसलिए अपने पैतृक स्थान जा रहा है।

बचने के लिए बदले कई लोकेशन

पुलिस अधिकारी ने आगे बताया, ‘‘तकनीकी विश्लेषण और कॉल रिकॉर्ड मदद से आरोपी की पहचान की गई। शुरुआत में उसका मोबाइल ‘लोकेशन’ पश्चिम बंगाल में पाया गया, लेकिन बाद में उसने उसे बंद कर दिया। हालांकि बाद में तकनीकी निगरानी से पता चला कि वह ओडिशा के एक गांव में है। उसे पकड़ने के लिए वहां टीम भेजी गई। उसने बचने के लिए ओडिशा में जगह बदल ली।’’ बता दें कि अभी पुलिस मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

बेंगलुरू में मल्लेश्वरम इलाके की एक इमारत में 21 सितंबर को महालक्ष्मी की हत्या कर शव के 59 से अधिक टुकड़े कर दिये गए थे, जो एक फ्रिज से बरामद हुए थे। महालक्ष्मी की मां और बहन के शनिवार को उनके घर पहुंचने पर घटना की जानकारी मिली। मृतका से अलग रह रहे उसके पति ने उसके एक दोस्त अशरफ पर वारदात में शामिल होने का संदेह जताया था, जो उसके पड़ोस में अकेले रहता था।

तीसरा शख्स कौन है?

महालक्ष्मी के पति ने अशरफ नामक एक दोस्त पर आरोप लगाया था कि वह इस वारदात में शामिल हो सकता है। अशरफ हेयर ड्रेसर है, वह उत्तराखंड का रहने वाला है। महालक्षमी और अशरफ की भी करीबी दोस्ती थी। हेमंत दास ने तो अशरफ को लेकर ये भी आरोप लगाया था कि अशरफ और महालक्ष्मी के बीच अफेयर था और इसी वजह से वहे 9 महीने पहले महालक्ष्मी अलग हो गए थे।

आरोपी की मां ने बताया क्यों की हत्या

मीडिया से बात करते हुए आरोपी की मां ने कहा कि मेरा बेटा मुझे बोलता था कि मां मैं इस लड़की के जाल में फंस चुका हूं। वो मुझसे लगातार पैसे मांगती है। मैंने तो अपने बेटे को तभी बोल दिया था कि बेंगलुरू छोड़ दे, नौकरी से इस्तीफा दे दे लेकिन वो फंसा हुआ था, उस सिर्फ इतना बोलता था कि लड़की लगातार पैसे मांग रही है। जो बातें आरोपी की मां बता रही हैं, वैसा ही दावा खुद मुक्तिरंजन ने भी अपने सुसाइड नोट में किया है। इस पूरे मामले में अभी पुलिस जांच कर रही है। जल्द ही इस मामले को सॉल्व कर लिया जाएगा।