उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में छात्रा की मौत का मामला गर्माता जा रहा है। यह घटना सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंशपुर स्थित चिल्ड्रंस गर्ल्स कॉलेज का है। छात्रा की मौत के बाद प्राचार्य और शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया था। दरअसल, गर्ल्स कॉलेज में 31 जुलाई को छत से गिरने के कारण एक 17 साल की छात्रा की मौत हो गई थी। घटना के बाद छात्रा के पिता एसपी ऑफिस पहुंचे और बताया कि उनकी बेटी के साथ गलत व्यवहार हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के दिन उसका दुष्कर्म किया गया। पिता का कहना था कि उनकी बेटी के साथ लगातार उत्पीड़न हुआ है। इसके बाद एसपी ने मामले में कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस ने एक्शन लेते हुए आरोपी प्रिंसिपल औऱ टीचर को गिरफ्तार कर लिया।

हालांकि कॉलेज परिसर में छात्राओं और शिक्षकों ने प्रिंसिपल औऱ टीचर का बचाव किया। मामला इतना बढ़ गया कि प्रिंसिपल औऱ टीचर की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश ने सभी निजी स्कूलों को 8 अगस्त को बंद करने का ऐलान कर दिया। इसी बीच मृतक छात्रा की सहेली सामने आई है। एनबीटी में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, वह छात्रा के बगल में बैठती थी। उसने मीडियो को घटना वाले दिन की पूरी कहानी बताई है।

मृतक छात्रा की सहेली ने कहा उसे 5वीं घंटी में अचानक बुलाया गया

मृतक छात्रा की सहेली ने नाम छिपाने की शर्त पर खुलास किया है कि 31 जुलाई घटना वाले दिन वह नॉर्मल थी। उसे अचानक 5वीं घंटी में ह प्राचार्य कक्ष में बुलाया गया। इसके बाद 7वीं घंटी में अचानक पूरे स्कूल में शोर होने लगा। हमें समझ नहीं आ रहा था कि अचानक शोर क्यों हो रहा है? कुछ लड़कियां बंदर के कारण किसी छात्रा के छत से गिरने की बात कर रही थीं। स्कूल में फौरन छुट्टी कर दी गई। जबकि नॉर्मल छुट्टी का समय दोपहर 2:30 बजे है। उस दिन दो बजे की छुट्टी कर दी गई। सभी छात्राएं स्कूल से बाहर आ गईं।

28 जुलाई को उसे पहली बार बुलाया गया था

सहेली ने बताया कि मृतक छात्रा को पहली बार 28 जुलाई को बुलाया गया था। वह पढ़ने में अच्छी थी। जब वह लौटकर कक्षा में आई तो परेशान लग रही थी। उसने टीचर से कहा था कि उसकी रेपुटेशन कैसे वापस आएगी। इसके बाद 31 जुलाई को उसे दोबारा बुलाया गया। वह फिर से प्रिंसिपल के रूम में गई थी। शायद वह यह सब बर्दाश्त नहीं कर पाई औऱ खौफनाक कदम उठा लिया।