बेंगलुरु सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में आरोपी पत्नी निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम , उनकी मां निशा और भाई अनुराग को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया है। तीनों को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
अतुल ने कुछ दिनों पहले ही निकिता और उनके परिवार पर प्रताड़ित करके और जबरन वसूली का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्होंने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। अतुल ने जो सुसाइड नोट छोड़ा है उसमें पत्नी निकिता और ससुराल के लोगों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। सुसाइड नोट और अतुल के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, लोगों में इस केस को लेकर उबाल है। सोशल मीडिया पर पुरुषों के साथ हो रहे कथित अत्याचार को लेकर लोग तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि रात करीब एक बजे निकिता की मां निशा सिंघानिया और उनका बेटा अनुराग उर्फ पीयूष सिंघानिया यहां खोवा मंडी इलाके में अपने घर से मोटरसाइकिल से निकले और तब से वापस नहीं लौटे। सोशल मीडिया पर कथित वीडियो क्लिप में भी उन्हें आधी रात के आसपास घर से निकलते हुए दिखा जा सकता है।
घर छोड़कर फरार थे निकिता की मां और भाई
दरअसल, बेंगलुरु पुलिस ने इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया के घर पर एक नोटिस चिपकाया था। सब-इंस्पेक्टर संजीत कुमार के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम शुक्रवार को सुबह करीब 11 बजे खोवा मंडी रिजवी खान मोहल्ला में निकिता के घर पहुंची और नोटिस चिपकाया। बता दें कि इसके पहले ही निकिता की मां और भाई रात के अंधेरे में घर छोड़कर फरार हो गए थे, पुलिस जब पहुंची तो उनके घर पर ताला लगा था। पुलिस ने अब उनको प्रयागराज से गिरफ्तार किया है। हालांकि दिल्ली में रहने वाली निकिता की गिरफ्तारी गुरुग्राम से हुई है।
गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने क्या कहा?
बेंगलुरु पुलिस ने आत्महत्या करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी, उसकी सास और साले की गिरफ्तारी के बाद रविवार को बताया कि निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से और निकिता की मां निशा सिंघानिया और उसके भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने आगे बताया कि आरोपियों को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर बेंगलुरु लाया गया और स्थानीय अदालत में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पीटीआई के अनुसार, सुभाष (34) का शव नौ दिसंबर को दक्षिण-पूर्व बेंगलुरु के मुन्नेकोलालु में उसके घर पर फंदे से लटका मिला था। सुभाष ने वीडियो और नोट में आरोप लगाया था कि उससे अलग रह रही उसकी पत्नी और ससुराल वालों ने ‘‘झूठे’’ मामलों में फंसाकर और ‘‘लगातार उत्पीड़न कर’’ उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया। मराठाहल्ली पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया और निकिता और दो अन्य को गिरफ्तार किया है।
घर पर बंद था ताला
पीटीआई के अनुसार, नोटिस चिपकाने के समय घर का मेन गेट बंद था और परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। नोटिस पर जो पता दर्ज था, वह निकिता का घर था। बेंगलूरू पुलिस की टीम बृहस्पतिवार देर शाम जौनपुर पहुंची थी। माना जा रहा था कि नोटिस के बाद अगर आरोपी निकिता पुलिस के सामने तीन दिनों के भीतर बयान दर्ज नहीं करातीं तो उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती थी, अब पुलिस ने निकिता को अरेस्ट भी कर लिया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।