अरुणाचल प्रदेश में विधायकों को कैबिनेट मंत्री बनवाने का लालच देकर एक शख्स ने विधायकों को ही चूना लगा दिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह शख्स एक सांसद के साथ निजी सहायक के रूप में तैनात था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तीन विधायकों से ठगी के बाद यह शख्स फरार हो गया। मामला अरुणाचल प्रदेश का बताया जा रहा है। फरार आरोपी का नाम संजय तिवारी बताया जा रहा है, हालांकि पुलिस ने मामले की जानकारी मिलने के बाद उसे दिल्ली स्थित उसके आवास से पकड़ लिया।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक शिकायत में अरुणाचल प्रदेश के तीन विधायकों ने आरोप लगाया कि संजय तिवारी नाम के एक शख्स ने उनसे बातचीत की थी। तिवारी से विधायकों की मुलाकात पिछले साल दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी। उसने विधायकों से खुद को सांसद का निजी सहायक बताकर जान-पहचान की थी। इसके साथ ही तिवारी ने उनसे किसी भी राजनीतिक मामले में मदद के लिए संपर्क करने को कहा था।
मुलाकात के बाद विधायकों ने तिवारी से संपर्क किया और अरुणाचल प्रदेश कैबिनेट में मंत्री पद के संबंध में बातचीत की। तिवारी ने उन्हें इस संबंध में सांसद से बात करने का आश्वासन दिया और कहा कि वे उसके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दें। तीनों ने बातचीत के अनुसार तिवारी के बैंक खाते में पैसे जमा कर दिए। पैसे लेते ही तिवारी गायब हो गया। जब विधायकों ने इस संबंध में सांसद से बातचीत की तो उन्हें पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है।
सांसद ने ठगी में अपना नाम इस्तेमाल होने की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस से बात की और कमिश्नर से प्राथमिकता से केस के संदर्भ में हस्तक्षेप की बात की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि संजय तिवारी का उक्त सांसद से कोई संबंध नहीं था। विधायकों से मुलाकात वाले कार्यक्रम में तिवारी किसी और के बुलावे पर आया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

