देश की राजधानी दिल्ली में 2018 में हुए अंकित सक्सेना मर्डर मामले में अदालत ने तीन लोगों को दोषी ठहराया है और आज सजा पर फैसला आना है। इस मामले को 6 साल हो गए हैं। दोषी ठहराए गए लोगों में उस लड़की के माता-पिता और चाचा शामिल हैं जिसके साथ अंकित सक्सेना का अफेयर था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह कहा गया था कि लड़की के मां-बाप इस अफेयर से खफा थे क्योंकि दोनों का धर्म अलग था।

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार शर्मा की अदालत ने कई गवाहियों के आधार पर 23 दिसंबर, 2023 को फैसला सुनाया था और तीनों आरोपियों को दोषी करार दिया था। तीनों को आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के साथ धारा 34 के तहत आरोपी बनाया गया था। अदालत ने इसके अलावा लड़की की मां को को धारा 323 के तहत भी दोषी ठहराया था।

क्या था पूरा मामला?

अंकित सक्सेना मर्डर का यह मामला 1 फरवरी, 2018 को हुआ था। उस दिन जब 23 साल के फोटोग्राफर अंकित सक्सेना को उसकी 20 वर्षीय प्रेमिका के परिवार ने पश्चिमी दिल्ली के ख्याला इलाके के रघुबीर नगर में सरेआम मार डाला था। इस मामले को लेकर पुलिस ने बयान देते हुए कहा था कि अंकित को काफी देर तक पीटा गया था। पुलिस ने यह भी कहा कि जब आरोपी अंकित के साथ बहस कर रहे थे अंकित के माता-पिता और दोस्त उसके बचाव में आए थे। हालांकि आरोपियों ने उसकी मां के साथ भी मारपीट की थी।

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार शर्मा ने इस मामले में लड़की के माता-पिता अकबर अली और शाहनाज बेगम और मामा मोहम्मद सलीम आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 34 के तहत दोषी ठहराया था।

इस मामले को लेकर अंकित सक्सेना के माता-पिता ने मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने अंकित के माता-पिता के बयानों पर संज्ञान लिया जिन्होंने आरोप लगाया था कि उनके बेटे को उनके सामने मार दिया गया था। उन्होंने उसे ई-रिक्शा में अस्पताल ले जाने की कोशिश की लेकिन उसकी मौत मौके पर ही चुकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ था कि अंकित सक्सेना की मौत धारदार हथियार से हुई थी।