अफगानिस्तान के काबुल में एक सेफहाउस में रह रहे अल-कायदा सरगना अयमान अल-जवाहिरी को अमेरिका ने 31 जुलाई को एक ड्रोन हमले में मार गिराया था। इसी कड़ी में अब ताजिकिस्तान में तैनात अफगान राजदूत मोहम्मद ज़हीर अघबर ने कहा कि इस ड्रोन हमले में हक्कानी के परिवार के सदस्य भी मारे गए थे।

तालिबान ने कहा- हमें अल जवाहिरी के बारे में कोई जानकारी

अफगान राजदूत मोहम्मद ज़हीर अघबर के दावे के बीच तालिबान ने गुरुवार को यहां तक कह दिया कि उन्हें अफगानिस्तान में अल-जवाहिरी की मौजूदगी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। एएफपी की रिपोर्ट में कहा गया है कि अयमान अल-जवाहिरी के आने और काबुल में रहने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।”

अफगान राजदूत ने किया दावा

हक्कानी नेटवर्क जलालुद्दीन हक्कानी द्वारा स्थापित एक इस्लामी आतंकवादी संगठन है, जो सोवियत विरोधी युद्ध के दौरान विद्रोही कमांडर के रूप में उभरा था। राजदूत मोहम्मद जहीर अघबर ने काबुल से मिली रिपोर्ट के मुताबिक इंडिया टुडे को बताया कि अल जवाहिरी पर हुए अमेरिकी हमले में हक्कानी समूह के कुछ परिवार के सदस्य भी मारे गए थे।

हक्कानी की करीबी का था सेफहाउस

अल-कायदा सरगना जवाहिरी काबुल में सेफहाउस के रूप में मौजूद जिस बहुमंजिला बंगले में छिपा हुआ था, वह अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार में मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के करीबी सहयोगी का है। अफगान राजदूत के अनुसार, अमेरिकी हमले के बाद सिराजुद्दीन हक्कानी समेत कई शीर्ष नेता काबुल के सेफहाउस को छोड़कर कहीं और चले गए हैं। राजदूत ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में अभी भी कई आतंकवादी ग्रुप मौजूद हैं।

राजदूत बोले-तालिबान की खुली पोल

अफगान राजदूत मोहम्मद ज़हीर अघबर ने कहा, “अयमान अल-जवाहिरी की हत्या अफगानिस्तान के लोगों के लिए महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन हमें और पूरे विश्व को जानना बहुत जरूरी है कि तालिबान के संरक्षण में अफगानिस्तान में आतंकवाद बढ़ रहा है।” उन्होंने कहा कि हमें उन गुटों की सराहना करनी चाहिए, जिन्होंने अमेरिका को जवाहिरी के ठिकाने की जानकारी दी। इससे तालिबान की पोल खुली है।”