यूपी के वाराणसी में दिनदहाड़े दो बदमाशों ने एक बच्ची को किडनैप कर फरार होने की कोशिश की मगर बच्ची की मां सोनी उन्हें देखकर चिल्लाने लगी। मां की चीख सुनकर आस-पास के लोग जमा हो गए। आरोपियों को कुछ समझ नहीं आया और वे बच्ची को लेकर उसके ही घऱ में घुस गए। उन्होंने चाकू की नोंक पर बच्ची और उसकी मां को बंधक बना लिया औऱ 10 लाख रूपये की मांग करने लगे। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पैसे नहीं मिले तो वे बच्ची को जान से मार देंगे। हालांकि पुलिस ने अपनी सूजबूझ और बहादुरी से बच्ची और मां को बदमाशों की चुंगल से छुड़ा लिया। ये घटना चांदमारी के VDA कॉलोनी की है। चलिए बताते हैं कि पुलिस ने ये कमाल कैसे किया।

बदमाशों ने मांगे 10 लाख रूपये

दरअसल, 20 अगस्त के दिन ढाई साल की बच्ची घर के बरामदे में खेल रही थी। तभी दो नकाबपोश बदमाश आए औऱ उसे किडनैप कर भागने की कोशिश करने लगे। तभी बच्ची की मां सोनी बदमाशों को देखकर चिल्लाने लगी। सोनी के चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी जमा हो गए। इसी बीच बदमाश बच्ची को लेकर घर के अंदर घुस गए और चाकू की नोंक पर मां-बेटी को बंधक बना लिया। वे बच्ची को छोड़ने के लिए 10 लाख रूपये की डिमांड करने लगे। इसी मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी।

सूचना मिलते ही पुलिस ने मोहल्ले में पहुंच गई। पुलिस ने घर को चारों तरफ से घेर लिया। बदमाशों ने सोनी के पति अनुपम को पैसे के लिए फोन किया। पुलिस ने अनुपम से कहा कि वे बदमाशों को अपनी बातों में फंसाए रखे। मौके का फायदा उठाकर पुलिस घर के अंदर चली गई। इधऱ पुलिस की योजना के अनुसार, अनुपम बदमाशों को पैसा देने के लिए राजी हो गए।

रिश्तेदार बनकर घर के अंदर गए एसीपी

योजना के अनुसार, एसीपी कैंट अतुल अनजान त्रिपाठी रिश्तेदार बनकर घर के अंदर गए और चाय-पानी के बहाने बदमाशों से बातचीत शुरू की। तबतक बाकी के पुलिसकर्मी भी घऱ में घुस गए। जैसे ही बदमाशों ने पैसा लेने के लिए दरवाजा खोला पुलिस ने उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लिया। इस दौरान एसीपी के हाथ में चाकू भी लग गया लेकिन उन्होंने बदमाशों को दबोच लिया। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए बदमाशों की उम्र 20-21 साल है। बच्ची को किडनैप करने के लिए उन्होंने तीन दिन पहले भी रेकी की थी लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। फिलहाल पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

बदमाशों ने बच्ची के गले पर रखा था चाकू

इस बारे में पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन ने कहा कि जब पुलिस अधिकारी कमरे में गए तो बदमाशों ने बच्ची की गले पर चाकू रखा था। बच्ची को बिना नुकसान पहुंचाए बदमाशों को पकड़ना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। हालांकि अधिकारी ने सूझबूझ से बच्ची को बचा लिया।