महाराष्ट्र के मुंबई में डॉक्टर पायल तड़वी सुसाइड केस में एक नई खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि पायल का एक सुसाइड नोट सामने आया उसने अपने खुदकुशी की पूरी कहानी लिखी है। इस नोट में पायल ने माता-पिता से सुसाइड के लिए माफी भी मांगी है। बता दें कि पायल के परिवारवालों ने आरोप लगाया था कि तीन सीनियर डॉक्टर आए दिन उस पर जातिसूचक टिप्पणी करते थे, इसी वजह से पायल ने खुदकुशी कर ली। बीवाईएल नायर अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी डॉ पायल तड़वी की आत्महत्या की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने जो बयान दर्ज किए हैं उनमें से एक के मुताबिक, पायल के सीनियर डाक्टरों ने उसे जातिसूचक टिपणी करते हुए कहा था, “ये काम कौन करेगा, ये तेरा काम नहीं है तो किसका काम है….तू छोटी जात हो के मेरी बराबरी करेगी क्या?
जातिसूचक टिप्पणी करने का आरोप: स्त्री रोग वार्ड में एक सहायक के बयान के अनुसार, दिसंबर 2018 में जब आरोपी डॉक्टर हेमा आहूजा, अंकिता खंडेलवाल और भक्ति मेहरा वार्ड के चक्कर लगा रहे थे, तब उन्होंने कुछ अधूरे काम को लेकर पायल तड़वी को फटकार लगाई थी। उन्होंने कथित तौर पर कहा था, “ये काम कौन करेगा, ये तेरा काम नहीं है तो किसका काम है? तू छोटी जात हो के हमारी बराबरी करेगी क्या? वहीं एक दूसरे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के बयान के मुताबिक, मार्च 2019 में रात 9.30 बजे के आसपास, जब तड़वी वार्ड में मरीजों को देख रही थी तो आहूजा और मेहर मौके पर पहुंचे और कहा था, “ऐ आदिवासी… तू इधर क्यों आई है। तू डिलीवरी करवाने लायक नहीं है। तू हमारी बराबरी करती है।
बता दें कि पायल तड़वी ख़ुदकुशी केस में एक सुसाइड मामले में गुरुवार को बॉम्बे हाइकोर्ट में सुनवाई हुई जिसमें कोर्ट ने निर्देश दिए कि गिरफ़्तार आरोपियों की ज़मानत याचिका पर सुनवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाए। अब इस याचिका पर 30 जुलाई को सुनवाई होगी। इस मामले में आरोपी हेमा, भक्ति मेहर और अंकिता खंडेलवाल को 29 मई को गिरफ़्तार किया गया था।