सफेद बाल, चेहरे पर झुर्रियां और पथराई आंखें…लेकिन कारोबार ड्रग्स का। 88 साल की इस बूढ़ी महिला का नाम राजरानी है और आप उन्हें दिल्ली की सबसे उम्रदराज ड्रग्स डीलर भी कह सकते हैं। यह बुजुर्ग महिला कैसे और किन परिस्थितियों में इस अवैध धंधे में आईं इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है। लेकिन इसकी चर्चा हम आगे करेंगे पहले यह जान लीजिए कि यह महिला कब से इस धंधे से जुड़ी हैं…और पुलिस ने उन्हें कब पकड़ा?
साल 1996 से ही यह महिला ड्रग्स के कारोबार में है। वो दिल्ली तथा अन्य राज्यों में ड्रग्स बेचती है और कई बार वो पुलिस के हत्थे भी चढ़ी। लेकिन 88 साल हो चुकी यह बुजुर्ग महिला इस उम्र में भी इतनी शातिर है कि हर बार वो पुलिस के शिकंजे से छूट जाती थी। बीते बुधवार (28 अगस्त, 2019) को एंटी नारकोटिक्स दस्ते को गुप्त सूचना मिली की यह बूढ़ी महिला दिल्ली के इंद्रपुरी इलाके में मौजूद है।
सूचना मिलते ही टीम ने जाल बिछाकर इंद्रापुरी के एक मकान में छापेमारी की और राजरानी को पकड़ लिया। उसके पास से 16 ग्राम हेरोइन भी बरामद हुई है। राजरानी इससे पहले 9 बार पुलिस के हत्थे चढ़ चुकी हैं लेकिन हर बार बच गईं। कानून के हर दांवपेच से वाकिफ यह महिला बार-बार जमानत पर बाहर आती थी और फिर से इस धंधे में जुट जाती थी।
ड्रग्स कारोबार में बनाई ऊंची पहुंच: मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली राजरानी शादी के बाद दिल्ली आ गई थीं। राजरानी का पति भी ड्रग्स के कारोबार से ही जुड़ा था। लेकिन पति की मौत के बाद इस महिला ने नशे के कारोबार में कदम रखा और इस कारोबार को संभाला। आज पंजाब और उत्तर प्रदेश के बड़े-बड़े ड्रग्स कारोबारियों के बीच इस बूढ़ी ड्रगस डीलर की गहरी पैठ है।
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक काफी कम उम्र में राजरानी की शादी हुई थी। उसे 7 बच्चे थे। इनमें से 6 बच्चे ड्रगस की वजह से ही मर गए। बहरहाल पुलिस ने अब आरोपी बुजुर्ग महिला के खिलाफ ड्रग्स तस्करी की संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। (औऱ…CRIME NEWS)
