आंध्र प्रदेश के कोनासीमा जिले से दिल दुखाने वाली खबर सामने आ रही है, यहां 10 वर्षीय एक दलित बच्ची ने अपने किराए के मकान में आत्महत्या कर ली है। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। प्राथमिक सूचना के अनुसार, चार नवंबर को शाम साढ़े चार बजे से छह बजे के बीच बच्ची अपने मकान में पंखे से लटकी मिली।
रामचंद्रपुरम के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) बी रघुवीर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “कोनासीमा जिले में 10 वर्षीय एक बच्ची ने अपने किराए के मकान में आत्महत्या कर ली है। हम उसकी मौत से जुड़े सभी संभावित परिस्थितियों की जांच कर रहे हैं।”
नाबालिग की मां सिर्रा सुनीता (45) काकीनाडा गई हुई थीं। जब वह घर लौटीं तो उन्होंने दरवााजा अंदर से बंद पाया। डीएसपी ने बताया कि सुनीता ने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा और अपनी बेटी को लटका हुआ पाया। सुनीता ‘रामचंद्रपुरम एरिया अस्पताल’ में नर्स के तौर पर कार्यरत हैं। घटना के बाद बच्ची को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सुनीता को मकान मालिक पर संदेह है जो कथित तौर पर पहले एक हत्या के मामले में दोषी ठहराया जा चुका है। रघुवीर के अनुसार, घर में प्रवेश का केवल एक ही रास्ता था जो घटना के समय अंदर से बंद था। इस बीच पुलिस ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
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