सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी पर चिंता जताते हुए कहा है कि इसके बाद से बाजार में आई नकदी की कमी विद्रोह और दंगों की वजह बन सकती है। इसमें दो राय नहीं कि विमुद्रीकरण का उद्देश्य और उससे होने वाले लाभ अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे। लेकिन इसके क्रियान्वयन में ढेरों कमियां सामने आ रही हैं। विमुद्रीकरण का समर्थन कर रहा जनसामान्य कतारों में खड़े होने को तैयार है, इसके बावजूद उसे नए नोट नहीं मिल पा रहे हैं। रोज नए-नए नियम सामने आ रहे हैं, साफ है कि तैयारी पूरी नहीं थी। अब जल्द से जल्द इस कमजोर कड़ी को भरने और नकदी उपलब्ध कराने पर काम करना चाहिए।
’प्राणेश तिवारी, नई दिल्ली