मोदी सरकार ने जरूरत के अनुसार अनेक योजनाएं शुरू की हैं। लेकिन अब कोई नई योजना बनाने के बजाए उसे पहले से जारी योजनाओं को ही अमली जामा पहनाना चाहिए। आजादी के बाद अब तक देश में पिछली सरकारों के कार्यकाल में सैकड़ों योजनाएं शुरू तो की गर्इं, लेकिन शासन-प्रशासन की लेटलतीफी और उदासीन रवैये के कारण उन पर पूरी तरह अमल नहीं किया जा सका। अब नई योजनाओं की नहीं, बल्कि जारी योजनाओं को समूचे देश में क्रियान्वित करने की दरकार है, ताकि सभी को लाभ मिल सके।
’समरथ पाटीदार, रांकोदा, रतलाम