आए दिन समाचार पढ़ने के बाद किसी का भी दिल पसीज जाता है कि हमारे मासूम बच्चों को समाज के अंदर असामाजिक तत्त्व अपनी हैवानियत का शिकार बनाते हैं और उनकी जिंदगी बर्बाद हो जाती है। अक्सर देखा जाता है कि मासूम बच्चों को नशीले पदार्थों का सेवन कराने वाले कुंठित मानसिकता से ग्रस्त लोग दुष्कर्म का शिकार बनाते हैं और इस कारण अनेक ऐसे बच्चे जिंदगी भर की त्रासदी झेलने को अभिशप्त हो जाते हैं। ऐसे मामलों में सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। जहां तक अदालतों का सवाल है, ऐसे मामलों में अदालतों को भी सख्ती बरतनी चाहिए, ताकि समाज में ऐसे अपराध करने वालों के खिलाफ यह संदेश जाए कि ऐसा करने वालों को गंभीर नतीजे झेलने पड़ते हैं।
’विजय कुमार धानिया, दिल्ली विवि