‘वरदा’ आया हमारे दक्षिणी तट से टकरा कर चला भी गया। इसी तरह देश और दुनिया में कई तूफान और सुनामी आते हैं और कुछ देर बाद चले भी जाते हैं। लेकिन हमारी संसद में हर बार सत्र शुरू होते ही जो तूफान आता है तो लाख कोशिशों के बाद भी थमने का नाम नहीं लेता है। यह अजीब बात है।
’शकुंतला महेश नेनावा, इंदौर