आम आदमी को कई घंटों तक कतार में रहने के बाद बड़ी मुश्किल से नए नोट मिल पा रहे हैं लेकिन और दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों के पास से नए दो हजार रुपये के नोट बरामद होना साफ बताता है कि उनका करेंसी नेटवर्क बहुत मजबूत है। स्थानीय लोगों पर दबाव बना कर आतंकी यह काम करा सकते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को मुस्तैद रहना होगा। पैसे के सहारे आतंकवाद को बढ़ावा मिलता आया है लिहाजा आतंकियों तक ये नये नोट पहुंचाने वालों को पकड़ना ही होगा। बड़े नोट रद्द करने पर आतंकियों को तगड़ा झटका लगा हैं। हमें उनके तमाम वित्तीय स्रोतों को नेस्तनाबूद करना चाहिए।
’जयेश राणे, मुंबई