जनसत्ता 13 नवंबर, 2014: छत्तीसगढ़ में एक नसबंदी कैंप में महिलाओं की मौत पर भले ही राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री का बचाव किया हो लेकिन सोशल मीडिया पर जो एक स्थानीय अखबार में प्रकाशित फोटो प्रसारित की जा रही है उससे कुछ और ही हकीकत बयां हो रही है। इस फोटो में पीड़ितों का हाल पूछने अस्पताल पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल मुस्कुरा रहे हैं।
जहां नसबंदी के दौरान चौदह महिलाओं की मौत से पूरा छत्तीसगढ़ सहम उठा वहीं स्वास्थ्य मंत्री मुस्कुरा रहे थे। आमतौर पर ऐसी स्थिति में मंत्रीजी से गंभीरता और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की अपेक्षा की जाती है।
इस घटना को लेकर देश भर में छत्तीसगढ़ सरकार की खासी किरकिरी हुई है और सोशल मीडिया पर भी लोग सरकार और मुख्यमंत्री को आड़े हाथों ले रहे हैं। लोगों का रोष इस बात को लेकर है कि मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री का बचाव क्यों किया? मुख्यमंत्री से जब इस घटना पर प्रतिक्रिया पूछी गई थी तो उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री का बचाव करते हुए कहा था, ‘नसबंदी डॉक्टर करता है न कि स्वास्थ्य मंत्री।’
लिहाजा इस घटना के लिए स्वास्थ्य मंत्री को जिम्मेदार करार नहीं दिया जा सकता है। कैसी विडंबना है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और असंवेदनशीलता से गरीब मारे जा रहे हैं। लगता है, छत्तीसगढ़ में शासन का काम ऐसे चलता है। इस संवेदनहीनता के लिए सरकार को माफी मांगनी चाहिए।
विनय रंजन, मुकर्जी नगर, दिल्ली
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