जनसत्ता 3 अक्तूबर, 2014: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत देश का हर नागरिक स्वस्थ हो, जिसके लिए देश का कोना-कोना साफ होना जरूरी है।

इस अभियान के लिए प्रधानमंत्री या अन्य किसी व्यक्ति द्वारा प्रतीकात्मक शुरुआत करने के लिए किसी विशेष स्थान को पहले से ही सजाया-संवारा जाना उचित नहीं, जैसा कि दिल्ली की एक बस्ती में हो रहा है।

कोई भी व्यक्ति जो गंदगी की समस्या के समाधान के लिए वास्तव में गंभीर है तो वह उन स्थानों पर जाकर सफाई करे, जहां पर कोई भी सफाई का कार्य नहीं होता हो तभी तो पता चलेगा कि सफाई क्या होती है। प्रतीकात्मक सफाई ही करनी है तो अपने निवास के बाहर करके मीडिया को दिखा दें।
यश वीर आर्य, दिल्ली

 

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