आतंकवाद आज समूचे विश्व के लिए एक गंभीर खतरा बन गया है। यह एक संक्रामक बीमारी की तरह लगातार अपना दायरा बढ़ाता जा रहा है। भारत, फ्रांस, अमेरिका, चीन, अफगानिस्तान आदि कोई देश इससे अछूता नहीं रहा है। हर बार आतंकी हमलों में बड़ी संख्या में मासूम लोग मारे और घायल हो जाते हैं। उनके मारे जाने पर हर तरफ संवेदनाएं और चिंताएं व्यक्त की जाती हैं मगर आतंकवाद है कि तमाम प्रयासों के बावजूद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। जम्मू कश्मीर में अभी भी आतंकी हिंसा जारी है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते। आखिर कब तक दुनिया आतंक की खौफनाक गिरफ्त में कैद रहेगी?
’काजल दहिया, यमुनानगर