Year Ender 2025 : नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में निवेश करने वालों के लिए साल 2025 कई मायनों में यादगार रहा है। रिटायरमेंट प्लानिंग को लेकर बदलती जरूरतों और लोगों की बढ़ती अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष सरकार और पेंशन फंड रेगुलेटर (PFRDA) ने NPS में कई अहम और बड़े बदलाव किए। NPS को अब तक एक जटिल पेंशन स्कीम माना जाता था, लेकिन 2025 में किए गए बदलावों ने इस सोच को काफी हद तक बदल दिया।

सरकार ने न सिर्फ निवेश के नए विकल्प जोड़े, बल्कि निकासी (Withdrawal) के नियमों को भी सरल बनाया, ताकि जरूरत पड़ने पर निवेशकों को अपने ही पैसे तक पहुंचने में परेशानी न हो। इस साल NPS में फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने पर खास जोर दिया गया। यहां जानें साल 2025 में एनपीएस में हुए 7 बड़े बदलाव के बारे में…

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मल्टीपल स्कीम फ्रेमवर्क (MSF)

NPS के तहत 2025 में मल्टीपल स्कीम फ्रेमवर्क (MSF) लागू किया गया है। निवेशक इसके चलते अब एक ही PRAN नंबर के तहत विभिन्न स्कीम में पैसा लगा सकते हैं। इसका मतलब है कि अब कोई भी कोई व्यक्ति अपने रिस्क प्रोफाइल के हिसाब से निवेश को अलग-अलग स्कीम में बांटकर निवेश कर सकता है।

NPS में 100 फीसदी इक्विटी निवेश का मौका

प्राइवेट सेक्टर कर्मचारी, कॉरपोरेट और सेल्फ-एंप्लायड निवेशक 1 अक्टूबर 2025 से अपने NPS खाते में जमा की जाने वाली नई रकम का 100% तक हिस्सा इक्विटी में निवेश कर सकते हैं। पहले निवेश की यहां सीमा 75% थी।

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ETF, IPO और Nifty 250 कंपनियों के शेयरों में भी सीमित निवेश

NPS के पेंशन फंड अब गोल्ड और सिल्वर ETF, IPO और Nifty 250 कंपनियों के शेयरों में भी सीमित निवेश कर सकते हैं।

एनपीएस से एग्जिट पर 80% तक निकासी की छूट

नए नियमों के तहत एनपीएस से बाहर निकलते वक्त 80% तक की राशि निकाली जा सकती है। इतना ही नहीं कुछ मामलों में तो 100 फीसदी तक की निकाली की अनुमति दी गई है। इससे निवेशकों को रिटायरमेंट के वक्त अधिक आजादी मिलेगी।

रिटायरमेंट के वक्त निकासी के नियम हुए अधिक आसान

रिटायरमेंट के वक्त पहले कुल रकम का मिनिमम 40% हिस्सा अनिवार्य रूप से एन्युटी में लगाना जरूरी होता था। नए नियमों के तहत कई मामलों में घटाकर 20% कर दिया गया है यानी अब कई मामलों में रिटायरमेंट के वक्त 80% तक राशि एकमुश्त निकाली जा सकती है। इस राशि को किस्तों में भी निकाला जा सकता है।

निवेश के नए विकल्प

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में निवेश करने वाले केंद्रीय सरकारी कर्मचारी अपने रिटायरमेंट के पैसे को कैसे निवेश किया जाए, इस पर ज्यादा नियंत्रण रख पाएंगे। सरकार के कर्मचारियों के लिए भी NPS में नए निवेश विकल्प जोड़े गए हैं। PFRDA (पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने निवेश विकल्पों की संख्या 4 से बढ़ाकर 6 कर दी है, ताकि कर्मचारी अपनी रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार सही विकल्प चुन सकें।

अब वे LC75 और बैलेंस्ड लाइफ साइकिल फंड में भी निवेश कर सकते हैं. इससे उम्र के साथ इक्विटी का रिस्क अपने आप कम होता जाएगा और रिटायरमेंट के करीब पहुंचते-पहुंचते निवेश अधिक सुरक्षित हो जाएगा।

गिग वर्कर्स तक एनपीएस की पहुंच

एनपीएस को सिर्फ सैलरीड क्लास तक सीमित नहीं रखा गया है। सरकार और PFRDA इसे GoaMiles और Zomato जैसी कंपनियों के साथ मिलकर गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर्स को NPS से जोड़ रही है।