विप्रो ने हाल ही में अपने 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया, क्‍योंकि ये कर्मचारी Moonlighting यानी कि दो जगहों पर एक साथ काम कर रहे थे। हालांकि इन कर्मचारियों को नौकरी से निकालने से पहले ही दिग्‍गज कंपनी के चेयरमैन रिषद प्रेमजी ने कहा था कि एक साथ दो जगहों पर काम करने के लिए कर्मचारियों को अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं अब मूनलाइट‍िंंग पर व‍िप्रो के सीईओ थियरी डेलापोर्टे ने अपना रुख स्‍पष्‍ट किया है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, विप्रो के सीईओ थियरी डेलापोर्टे ने कहा कि प्रतिद्वंद्वी फर्मों के साथ काम करना “नैतिकता का सवाल” है। उन्‍होने एक नोट का हवाला देते हुए कहा कि कंपनी का कांट्रेक्‍ट कभी भी दूसरे कॉम्पिटिटर कंपनियों में साइड जॉब करने की अनुमति नहीं देता है। यह एक लीगल प्रॉपर्टी का सवाल नहीं है, बल्कि यह एक इथिक्‍स का सवाल है। उन्‍होंने आगे कहा कि मैं इलीगल की बात नहीं कर रहा हूं और न ही साइड जॉब लेने से मना कर रहा हूं। सीईओ ने कहा ”यह हितों के टकराव की स्थिति पैदा कर सकता है। उम्‍मीद करता हूं कि मेरी इस बात को कर्मचारी समझेंगे।”

आईटी कंपनी टेक महिंद्रा को मूनलाइटिंग पर कोई समस्‍या नहीं, कंपनी का कहना है कि उसके कर्मचारी दूसरे जगहों पर भी काम कर सकते हैं। इसके मद्देनजर विप्रो के सीईओ ने कहा, ”अगर इससे किसी और कंपनी को एतराज या समस्‍या नहीं है तो हम उनके इस फैसले का सम्‍मान करते हैं, लेकिन हम अपने पॉलिसी को नहीं बदल सकते हैं और कुछ नया या अलग नहीं कर सकते।”

टेक महिंद्रा ने मूनलाइटिंग को सपोर्ट किया है

हाल ही में टेक महिंद्रा के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्‍टर सीपी गुरनानी ने कहा था कि कंपनी मूनलाइटिंग को अपने कंपनी के पॉलिसी में शामिल कर सकती है, लेकिन इसका लाभ उठाने के लिए कर्मचारियों को खुलकर सामने आना पड़ेगा।

इन आईटी फर्मों ने दी है अस्‍वीकृति

गौरतलब है कि मूनलाइटिंग के खिलाफ विप्रो, इनफोसिस, आईबीएम और अन्‍य आईटी सेक्‍टर की कंपनियों ने अपनी अस्‍वीकृति दी है। जबकि विप्रो ने तो सितंबर, 2022 के दौरान अपने 300 कर्मचारियों को दूसरी जगह पर जॉब करते हुए पकड़ा था और उन्‍हें जॉब से निकाल भी दिया है।

करीब 7 फीसदी गिरे विप्रो के शेयर

गुरुवार, 13 अक्‍टूबर को विप्रो के शेयर 52 हफ्तों के सबसे निचले स्‍तर पर पहुंच गए। इसके शेयर एक ही दिन में 6.95 फीसदी टूटे, जो 379.60 रुपये पर शेयर पर कारोबार कर रहे थे। वित्त वर्ष 2022-23 के सितंबर तिमाही में इसका मुनाफा 9.27 फीसदी गिरकर 2659 करोड़ रुपये रहा है। इस साल अभी तक इसके शेयरों में 47.18 फीसदी की गिरावट हो चुकी है।