इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है। इस युद्ध में अब तक 500 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इजरायल ने दावा किया है कि उसने हमास के 400 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया है। वहीं इस बीच दुनियाभर में सोने और चांदी की मांग बढ़ रही है।
भारत में त्योहारी सीजन भी शुरू हो चुका है और ऐसे में सोने और चांदी के दाम बढ़ाने की भी आशंका जताई जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में सोने और चांदी की मांग बढ़ी है और प्रीमियम में भी तेजी से उछाल आया है। दरअसल युद्ध या आर्थिक संकट के दौरान दुनियाभर में गोल्ड की मांग तेजी से बढ़ती है, क्योंकि ऐसी हालत में निवेशक गोल्ड को निवेश का सबसे सुरक्षित विकल्प मानते हैं।
इंडियन एक्सप्रेस का रिपोर्ट के अनुसार स्पार्टन कैपिटल सिक्योरिटी के चीफ मार्केट इकोनॉमिस्ट पीटर कार्डिलो ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उथल-पुथल के दौरान निवेश के लिए सुरक्षित विकल्प गोल्ड होता है, क्योंकि जब भी अंतरराष्ट्रीय उथल-पुथल होती है तो डॉलर काफी मजबूत होता है और गोल्ड की मांग बढ़ती है।
तेजी से बढ़ रहा है सोने का प्रीमियम
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के हेड अनुज गुप्ता ने बताया कि इजरायल और गाजा के युद्ध के चलते फिजिकल मार्केट में सोने की मांग तेजी से बढ़ी है। उन्होंने बताया कि इस कारण सोने का प्रीमियम बढ़कर 700 रुपये प्रति 10 ग्राम तक हो गया है और आगे और भी बढ़ सकता है। इसी कारण दिल्ली में कुछ व्यापारी सोना बेचने से इनकार भी कर रहे हैं।
चांदी का भी प्रीमियम बढ़ा
यही नहीं चांदी का प्रीमियम भी ₹1000 प्रति 1 किलो बढ़कर ₹3500 हो गया है। पहले यह ₹2500 प्रति किलो था। अगर किसी धातु के प्रीमियम में बढ़ोतरी होती है तो इस बात का संकेत मिलता है कि उसके कीमतों में उछाल आ सकती है। हाल ही में सोना अपने उच्चतम स्तर से करीब 5000 अंक नीचे आ गया जबकि चांदी अपने उच्चतम स्तर से 13000 अंक तक नीचे आ गई। इसी कारण दुकानदारों और निवेशकों ने सोने और चांदी में इन्वेस्टमेंट करना शुरू किया।