भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी के बीच शानदार बॉन्डिंग है। यहां तक कि अंबानी परिवार की बहू बनने के बाद भी नीता अंबानी ने कई सालों तक एक टीचर के तौर पर काम किया था और मुकेश अंबानी ने उनके इस कदम का सपोर्ट किया था। यहां तक कि मुकेश अंबानी ही वह शख्स थे, जिन्होंने नीता अंबानी को रिलायंस इंडस्ट्रीज के कामकाज में शामिल होने का फैसला लिया था और उन्हें पहला असाइनमेंट भी सौंपा था। दरअसल जामनगर में रिलायंस की टाउनशिप को तैयार करने का काम हो रहा था और उसकी जिम्मेदारी मुकेश अंबानी ने नीता को सौंपी थी। जिसे उन्होंने बेहद कठिन टास्क बताते हुए कहा था कि रिलाय़ंस में हर दिन टारगेट पूरा करना होता है।

यही नहीं आईपीएल के शुरुआती दौर में मुंबई इंडियंस की टीम भी अंक तालिका में नीचे ही थी, लेकिन फिर नीता अंबानी ने कमान संभाली और टीम में बड़ा सुधार देखने को मिला। इसे लेकर इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2018 के दौरान नीता अंबानी से एक सवाल पूछा गया था कि मुकेश अंबानी आपको कठिन काम ही क्यों सौंपते हैं? इसके जवाब में नीता अंबानी कहती हैं कि मुकेश के पास जिंदगी में फ्लडलाइट्स हैं, जबकि मेरे पास स्पॉटलाइट्स ही हैं। इसलिए वह जहां खत्म करते हैं, मैं वहां से शुरू करती हूं।

यही नहीं मुकेश अंबानी के साथ अपनी बॉन्डिंग को लेकर भी उन्होंने कहा था कि हम हमेशा डिनर साथ ही करते हैं। मैं जब जामनगर में घंटों काम करती थी और मुकेश अंबानी पहले घर आ जाते थे तो वह मेरा इंतजार करते थे। यही नहीं मैं भी मुकेश अंबानी का इंतजार करती हूं। फैमिली वैल्यूज को लेकर नीता अंबानी ने इस इंटरव्यू में कहा था कि हमारे लिए यह जरूरी है कि हम अपनी वैल्यूज को बच्चों तक पहुंचा सकेंगे। वे जो देखते हैं और जो पढ़ते हैं, उससे ही सीखते हैं। खासतौर पर उनके आसपास जो हो रहा होता है, उससे वह ज्यादा सीखते हैं।

जामनगर में नीता अंबानी को ‘सर’ कहते थे कर्मचारी: गौरतलब है कि मुकेश अंबानी ने पत्नी नीता को गुजरात के जामनगर में हाउसिंग सोसायटी का काम देखने को जिम्मेदारी दी थी। वह नीता अंबानी का पहला टारगेट था, जिसे याद करते हुए उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि तब मेरे पास कोई अनुभव नहीं था। वह अगले तीन साल तक हर सप्ताह दो दिन कॉम्पलेक्स को देखने जाती थीं।