Who is Swiggy CEO Sriharsh Majety: फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी का आईपीओ आज (13 नवंबर) लिस्ट हो गया। स्विगी के सीईओ और को-फाउंडर श्रीहर्ष मजेटी, भारत में तेजी से डिवेलप हो रहे स्टार्टअप ईकोसिस्टम के सबसे जाने-माने नाम में से एक है। उनकी लीडरशिप में स्विगी देश के सबसे कामयाब ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के तौर पर उभरा है। आज हम बात करेंगे श्रीहर्ष मजेटी के बैकग्राउंड के बारे में जानेंगे कि कैसे वह Swiggy को देश के सबसे कामयाब फूड प्लेटफॉर्म में से एक बनाने में कामयाब रहे।

फैमिली बैकग्राउंड

श्रीहर्ष मजेटी का जन्म आंध्र प्रदेश में हुआ। वह एक कारोबारी और प्रोफेशनल बैकग्राउंड वाले परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता एक रेस्तरां चलाते थे जिसके चलते फूड इंडस्ट्री से उनका नाता जल्द हो गया। वहीं उनकी मां एक मेडिकल प्रोफेशनल थीं। बिजनेस और जॉब की इस जुगलबंदी से श्रीहर्ष ने भी अपने माता-पिता की तरह वर्क एथिक्स पर काम किया और उनके करियर और कारोबार की तरफ उनकी अप्रोच में यह झलक साफ दिखती है।

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एजुकेशनल बैकग्राउंड

मजेटी के एकेडमिक जर्नी ने उनके फ्यूचर करियर की नींव रख दी थी। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने राजस्थान के प्रतिष्ठित BITS (Birla Institute of Technology and Sciences ) पिलानी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।

इंजीनियरिंग की डिग्री के बाद श्रीहर्ष मजेटी ने फिजिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की और इसके बाद CFA (Chartered Financial Analyst) प्रोग्राम भी पास कर लिया।

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मजबूत बिजनेस खड़ा करने की अपनी महत्वाकांक्षा ने उनके अहसास के चलते ही उन्होंने देश के टॉप बिजनेस स्कूल में से एक Indian Institute of Management (IIM) कलकत्ता से मैनेजमेंट एजुकेशन की पढ़ाई की। यहां से उन्होंने पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा किया।

जब आया जिंदगी में टर्निंग पॉइन्ट

कॉर्पोरेट वर्ल्ड में एंट्री करने से पहले श्रीहर्ष मजेटी ने दुनिया को खूब एक्स्प्लोर किया। उन्होंने लंदन में Nomura International में काम किया और इसके बाद उन्होंने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपनी पर्सनल जर्नी शुरू की, जिसने उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल दी।

मजेटी ने यूरोप में करीब 3500 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया। उन्होंने पुर्तगाल से ग्रीस तक साइकिल और फिर तुर्की से कजाकिस्तान तक का सफर पब्लिक ट्रांसपोर्ट और हिचहाइकिंग से किया। घूमने के इस सफर में उन्होंने अलग-अलग संस्कृतियों को जाना-समझा। कई इंटरव्यू में श्रीहर्ष ने जिक्र किया है कि इस अनुभव से उन्हें ह्यूमन बिहेवियर को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिली।

Bundl से Swiggy तक का सफर

भारत लौटने के बाद श्रीहर्ष मजेटी ने अपना ध्यान कारोबार की तरफ मोड़ दिया। उन्होंने एक कूरियर सर्विस एग्रीगेटर Bundl की शुरुआत की जिसके उन्हें भारत में लॉजिस्टिक चैलेंज को मदद करने की उम्मीद थी। हालांकि, Bundl को अपर्याप्त टेक्नोलॉजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर के चलते कई बड़ी चुनौतियां झेलनी पड़ीं और कंपनी को संघर्ष करना पड़ा।

मजेटी ने साल 2014 में को-फाउंडर नंदन रेड्डी के साथ मिलकर Bundl को रीब्रैंड किया और फूड डिलीवरी सेक्टर पर फोकस शिफ्ट करते हुए Swiggy लॉन्च किया। उनका यह फैसला गेमचेंजर साबित हुआ।

ऑपरेशंस को स्मूथ रखने के लिए मजेटी ने राहुल जैमिनी को कंपनी में शामिल किया। पेशे से कोडर जैमिनी ने स्विगी में टेक्नोलॉजी बनाने में अहम भूमिका निभाई। प्लेटफॉर्म को जल्द पहचान मिली और इसने भारतीय शहरों में फूड डिलीवरी एक्सपीरियंस को पूरी तरह बदल दिया।

मल्टी-बिलियन-डॉलर बिजनेस बना Swiggy

स्विगी की ग्रोथ जर्नी किसी उपलब्धि से कम नहीं है। 2014 में लॉन्च होने के बाद से प्लेटफ़ॉर्म ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की। टेक्नोलॉजी-संचालित मॉडल का फायदा प्लेटफॉर्म को मिला और जिसने ग्राहकों को शानदार फूड डिलीवरी अनुभव देकर उन्हें स्थानीय रेस्तरां से कनेक्ट किया। कंपनी ने रियल-टाइम ट्रैकिंग, एडवांस्ड एनालिटिक्स और यूजर फ्रेंडल ऐ इंटरफेस जैसे फीचर्स देकर लगातार ग्राहकों को खाना ऑर्डर करने के लिए बांधे रखा।

साल 2022 में स्विगी की वैल्यूएशन 10.7 बिलियन डॉलर (करीब 87,500 करोड़ रुपये) रही और यह भारत के सबसे वैल्यूएबल स्टार्टअप में से एक थी। कंपनी की सफलता इसके तेजी से विस्तार, स्थानीय लोगों की जरूरतों को समझना और लगातार प्लेटफॉर्म पर सुधार करते रहना है। एक छोटे से फूड डिलीवरी स्टार्टअप से बिलियन-डॉलर एंटरप्राइज बनकर स्विगी ने वाकई भारतीय फूड डिलीवरी इंडस्ट्री में क्रान्ति ला दी।

Sriharsha Majety Net Worth, Salary

श्रीहर्ष मजेटी का सफर ना केवल स्विगी के को-फाउंडर और सीईओ के तौर पर बदला बल्कि उन्हों फूड डिलीवर इंडस्ट्री को भी ट्रांसफॉर्म कर दिया। करीब 1400 करोड़ रुपये की नेट वर्थ के साथ मजेटी भारत के सबसे सफल व्यवसायी में से एक हैं।

बात करें वेतन की तो मजेटी की सैलरी भी कई बार चर्चा में रही है। साल 2019 में खबर आई थी कि उनकी सालाना सैलरी करीब 1 करोड़ रुपये है। खूब पैसा बनाने और मल्टी-बिलियन कंपनी को बनाने के बावजूद श्रीहर्ष मजेटी लो-प्रोफाइल जिंदगी जीते हैं।