आर्थिक दिक्कतें झेल रही टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के अच्छे दिन जल्दी ही आ सकते हैं। कंपनी को आने वाले दिनों में 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी मिल सकती है। कंपनी में आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) के कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) भी और पैसे लगा सकते हैं। इससे कंपनी को मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस जियो (Reliance Jio) और सुनील मित्तल (Sunil Mittal) की भारती एयरटेल (Bharti Airtel) का मुकाबला करने का संसाधन प्राप्त हो सकता है।

एक्सटर्नल इंवेस्टर्स से भी VI को मिल सकते हैं 25 हजार करोड़

लाइवमिंट ने मामले से जुड़े दो व्यक्तियों के हवाले से इसकी खबर दी है। खबर के अनुसार, वोडाफोन आइडिया के प्रोमोटर वोडाफोन ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (Vodafone Group Plc) और आदित्य बिड़ला ग्रुप नए इक्विटी के जरिए 400 मिलियन डॉलर यानी करीब 30,158 करोड़ रुपये कंपनी में डाल सकते हैं। इससे पहले वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने सितंबर 2021 में एक्सटर्नल इंवेस्टर्स से 25 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना को मंजूरी दी थी।

सुधरेगा VI का नेटवर्क

कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल डेली बिजनेस के अलावा ग्रोथ के लिए कर सकती है। इस पैसे से कंपनी को 4जी नेटवर्क (4G Network) बेहतर बनाने, 5जी नेटवर्क (5G Network) का ढांचा खड़ा करने और ग्राहकों को बेहतर सर्विस देने के लिए स्पेक्ट्रम खरीदने में भी कर सकती है। कंपनी को सरकार के हालिया राहत उपायों से भी काफी राहत मिली है। सरकार ने एजीआर बकाये के भुगतान से चार साल की मोहलत देने के अलावा स्पेक्ट्रम की फीस के भुगतान में भी राहत दी है। इसके अलावा टेलीकॉम कंपनियों के लिए बैंक गारंटी को कम किया गया है।

हालात बिगड़ने के बाद हुआ था Vodafone और Idea का विलय

इंडियन टेलीकॉम सेक्टर (Indian Telecom Sector) में हालात बिगड़ने के बाद वोडाफोन और आइडिया ने आपस में विलय कर लिया था। विलय के बाद सामने आई नई कंपनी वोडाफोन आइडिया में आदित्य बिड़ला ग्रुप की 27.66 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वोडाफोन ग्रुप की इस कंपनी में 44.39 प्रतिशत हिस्सेदारी है। दोनों प्रोमोटर एक्सटर्नल इंवेस्टर्स से पैसे जुटाए जाने के बाद टेलीकॉम कंपनी में अपनी हिस्सेदारी का स्तर बनाए रखने के लिए 200-200 मिलियन डॉलर लगाने जा रहे हैं।

अनलिस्टेड कंपनियों से पैसे लगाएंगे Birla

आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला अनलिस्टेड कंपनियों के माध्यम से पैसे लगाने की तैयारी में हैं। आदित्य बिड़ला ग्रुप की लिस्टेड कंपनियां वोडाफोन आइडिया में पैसे नहीं लगाएंगी। वहीं वोडाफोन ग्रुप पीएलसी टावर कंपनी इंडस टावर्स (Indus Towers) समेत कुछ नॉन कोर एसेट्स (Non Core Assets) बेचकर वोडाफोन आइडिया में पैसे लगाने की योजना पर काम कर रही है।

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Jio और Airtel के बाद तीसरे स्थान पर है VI

अभी बाजार में हिस्सेदारी के मामले में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस जियो (Reliance Jio) पहले स्थान पर है। लंबे समय तक भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में पहले पायदान पर रही भारती एयरटेल (Bharti Airtel) अभी दूसरे स्थान पर आ गई है। इनके बाद वोडाफोन आइडिया तीसरे स्थान पर है। पिछले कुछ समय से वोडाफोन आइडिया को लगातार यूजरों का नुकसान उठाना पड़ा है। नई पूंजी आने से वोडाफोन आइडिया के नेटवर्क में सुधार के अनुमान हैं। इससे कंपनी को बाजार में टिके रहने में मदद मिल सकती है।