वोडाफोन आइड‍िया के शेयर ने 30 मई को जबरदस्‍त उछाल मारी। इसके पीछे की वजह रही मीड‍िया (द केन) में आई एक संभाव‍ित र‍िपोर्ट। इसके मुताब‍िक ई-कॉमर्स क्षेत्र की अमेर‍िकी द‍िग्‍गज कंपनी ऐमजॉन (Amazon) मुश्‍क‍िलों से घ‍िरी वोडाफाेन आइड‍िया (Vodafone Idea) में 20000 करोड़ रुपए तक न‍िवेश करने का मन बना चुकी है।

वोडाफोन आइड‍िया वजूद के ल‍िए जूझ रही है। यह कर्ज से दबी हुई है। भारत सरकार अगर मदद नहीं करती तो शायद कंपनी दीवाल‍िया हो चुकी होती। ऐसे में वह न‍िवेशकों की तलाश में है।

ऐमजॉन क्‍लाउड सर्व‍िस क्षेत्र की इकलौती द‍िग्‍गज कंपनी है, ज‍िसका क‍िसी टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी में न‍िवेश नहीं है। उसी तरह वोडाफोन आइड‍िया भी इकलौती ऐसी कंपनी है ज‍िसमें अमेर‍िका की क‍िसी द‍िग्‍गज टेक कंपनी का पैसा नहीं लगा है।

देश की दो बड़ी टेलीकॉम कंपन‍ियों (र‍िलायंस जियो और भारती एयरटेल) में (माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, मेटा (फेसबुक) जैसी द‍िग्‍गज अमेर‍िकी कंपन‍ियां न‍िवेश कर चुकी हैं। ऐसे में अब न‍िवेश के ल‍िए वोडाफोन आइड‍िया ही एक मात्र व‍िकल्‍प है। इस आधार पर माना जा रहा है क‍ि ऐमजॉन इसी कंपनी में न‍िवेश करेगी। आध‍िकार‍िक तौर पर अभी कुछ साफ नहीं है।

मार्च में खत्‍म हुई त‍िमाही में वोडाफोन आइड‍िया को थोड़ी संजीवनी म‍िली है। इस दौरान कंपनी ने दस लाख से ज्‍यादा नए 4जी उपभोक्‍ता जोड़ने का दावा क‍िया। साथ ही हाल में फोन टैर‍िफ भी महंगा हुआ तो जनवरी से मार्च के दौरान कंपनी के समग्र संचालनात्‍मक लाभ में भी 22 फीसदी की बढ़ोत्‍तरी हुई। इसके बाद एक बार फ‍िर कंपनी में ऐमजॉन द्वारा न‍िवेश क‍िए जाने की अटकलें तेज हो गई हैंं।

इस तरह की खबर स‍ितंबर, 2020 में भी आई थी। तब वोडाफोन के शेयरों की कीमत 14 फीसदी बढ़ गई थी। तब यह खबर आने के दो द‍िन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने वोडाफोन को सरकार का बकाया चुकाने के ल‍िए दस साल की मोहलत दी थी। कंपनी पर भारत सरकार के करीब सात अरब रुपए बकाया थे।

वीआई (वोडाफोन आइड‍िया) ब्र‍िटेन की वोडाफोन और भारत की आइड‍िया सेलुलर का संयुक्‍त उपक्रम है। वोडाफोन में करीब 75 फीसदी ह‍िस्‍सा अभी प्रोमोटर्स का है। अगर सरकार अपने 16000 करोड़ रुपए के बकाये के बदले इक्‍व‍िटी ले लेगी तो यह घट कर 50 फीसदी रह जाएगा। अगर कोई न‍िवेशक 20000 करोड़ रुपए की ह‍िस्‍सेदारी खरीदेगा तो प्रोमोटर्स का ह‍िस्‍सा 10 फीसदी तक स‍िमट सकता है।

ऐमजॉन के न‍िवेश को लेकर कोई आध‍िकार‍िक जानकारी अभी उपलब्‍ध नहीं है। हालांक‍ि, वोडाफोन आइड‍िया के सीईओ रवींद्र टक्‍कर ने हाल ही में ‘द ह‍िंदू ब‍िजनेस लाइन’ अखबार से 20 हजार करोड़ रुपए जुटाने की बात जरूर कही है। उन्‍होंने बताया था क‍ि 10000 करोड़ रुपए इक्‍व‍िटी के जर‍िए जुटाए जाएंगे, जबक‍ि बा‍की 10000 करोड़ बैंकों से कर्ज के जर‍िए।