वोडाफोन ने 2016-17 की अवधि के एजीआर (Adjusted Gross Revenue) बकाया को लेकर लगाए गए अतिरिक्त भुगतान की मांग को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने याचिकाकर्ता की ओर से कहा कि कंपनी ने इस अतिरिक्त राशि को चुनौती दी है।
सॉलिसिटर जनरल (SG) ने कोर्ट को बताया कि पहले अदालत ने कहा था कि देखा जाए कि क्या इस मामले में कुछ किया जा सकता है। एसजी ने कहा, “अब एक परिस्थिति यह है कि सरकार ने कंपनी में 49% तक इक्विटी निवेश किया है। इससे सरकार की भी इसमें हिस्सेदारी और उपभोक्ताओं का हित जुड़ा है। यही कारण है कि सरकार ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है।”
उन्होंने आगे कहा, “इन दो चरणों की मुकदमेबाजr के दौरान नई परिस्थितियां पैदा हुई हैं। कंपनी की कुछ चिंताएं हैं जैसे डुप्लिकेट बिलिंग आदि। जिन पर मैं इस वक्त विस्तार में नहीं जा रहा। इन सबको ध्यान में रखते हुए हम कोर्ट की अनुमति से एक प्रस्ताव रखने जा रहे हैं।”
इस पर कोर्ट ने कहा, “इसमें आपकी चिंताओं का ध्यान रखा गया है।” जिस पर रोहतगी ने जवाब दिया, “अगर ऐसा है, तो ठीक है।”
कोर्ट ने कहा कि याचिका दायर की गई है जिसमें अतिरिक्त एजीआर बकाया को चुनौती दी गई है और एसजी ने सरकार से निर्देश लेने के लिए समय मांगा था।
इसके बाद एसजी ने अदालत को बताया, “भारत सरकार द्वारा याचिकाकर्ता कंपनी में 49% इक्विटी हिस्सेदारी हासिल करने और लगभग 24 करोड़ उपभोक्ताओं के हित को देखते हुए, केंद्र सरकार इस मुद्दे पर पुनर्विचार करने और उपयुक्त फैसले लेने के लिए तैयार है बशर्ते कोर्ट इसकी अनुमति दे।”
पीठ ने स्पष्ट किया कि यह मुद्दा केंद्र सरकार के नीतिगत अधिकार क्षेत्र में आता है और, ‘‘ ऐसी कोई वजह नजर नहीं आती कि केंद्र सरकार को ऐसा करने से रोका जाए..इस दृष्टिकोण के साथ हम रिट याचिका का निपटारा करते हैं।’’
वोडाफोन आइडिया की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने तर्क दिया कि वित्त वर्ष 2016-17 के लिए दूरसंचार विभाग की 5,606 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मांग अस्थिर है क्योंकि बकाया राशि का निर्धारण उच्चतम न्यायालय के 2019 के फैसले के बाद पहले ही किया जा चुका था। एजीआर पर विवाद विशेष रूप से इसमें गैर-दूरसंचार आय को शामिल करने के कारण दूरसंचार संचालकों पर भारी देनदारियां आ गईं, जिनमें वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं।
वोडाफोन आइडिया ने दूरसंचार विभाग की 2016-17 से संबंधित 5,606 करोड़ रुपये की मांग के खिलाफ एक नई याचिका दायर की थी। इसका सोमवार को पीठ ने निपटारा कर दिया और केंद्र को इस मुद्दे पर पुनर्विचार करने की अनुमति दे दी। इससे पहले केंद्र ने कहा था कि कंपनी के साथ समाधान निकालने के प्रयास जारी हैं।
वोडाफोन आइडिया शेयर प्राइस में उछाल
वोडाफोन आइडिया का शेयर आज यानी 27 अक्टूबर 2025 को 11:45AM तक 7.90% की तेजी के साथ 10.38 रुपये के स्तर पर ट्रेड हो रहा है। आज इसका दिन का उच्चतर स्तर 10.50 रुपये और दिन का निचला स्तर 9.27 रुपये है। इस कंपनी के शेयर में पिछले 3 महीने में करीब 45.08 फीसदी का उछाल आया है। कंपनी का मार्केट कैप करीब 1,13,868.53 रुपये है।
