वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया भर में कंपनियों की गड़बड़ी के मामले होते रहते हैं। ऐसे में शराब कारोबारी विजय माल्या के एक मामले को लेकर भारत में देसी विदेशी कंपनियों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। सीतारमण ने कहा, ‘‘पूरी दुनिया में कंपनियों की गड़बड़ी के मामले होते रहते हैं। केवल भारत में नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में आज हम अलग-अलग तरह की कहानियां सुनते रहते हैं। सिर्फ एक घटना से कंपनियों के सारे अच्छे कामों को खारिज नहीं किया सकता। ये कंपनियां न केवल भारत बल्कि दुनिया भर में देश का नाम ऊंचा कर रही हैं।’’ निर्मला इस सवाल का जवाब दे रही थीं कि क्या विजय माल्या की घटना से निवेशकों के बीच भारत की छवि खराब होगी।

हालांकि, सीतारमण ने कहा कि देश इससे सीख ले सकता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत की कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां पूरे विश्व में आज अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। इसलिए मुझे नहीं लगता कि इसका कोई खराब असर होगा, हालांकि, हम इसका उपयोग एक मिसाल के तौर पर कर सकते हैं। हमें सीख लेनी चाहिए कि हमें किस तरह और ठोक बजाकर फैसला करना चाहिए।’’ माल्या समूह की कंपनियों पर 17 बैंकों का 9,000 करोड़ रुपए से अधिक कर्ज बकाया है। माल्य चार मार्च को देश छोड़ कर चले गए और इस समय ब्रिटेन में हैं। सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और टैक्‍स डिपार्टमेंट समेत विभिन्न जांच एजेंसियां उनके वित्तीय सौदों की जांच कर रही हैं।