शेयर बाजार में पिछले कुछ समय में कंपनियों के आईपीओ ने निवेशकों को जमकर मालामाल किया है। इसी कड़ी में अब मान्यवर ब्रांड से भारतीय परिधान और पारंपरिक पोशाक बेचने वाली कंपनी वेदांत फैशन का भी नाम जुड़ गया है। आज शेयर बीएसई (BSE) पर अपने इश्यू प्राइस 866 के मुकाबले 8 फीसदी प्रीमियम के साथ 936 रुपए पर लिस्ट हुआ। जबकि एनएसई 7.97 फीसदी प्रीमियम के साथ 935 रुपए पर लिस्ट हुआ।

निवेशकों से मिला था ठंडा रिस्पांस: वेदांत फैशन का आईपीओ शेयर बाजार में 4 से 8 फरवरी तक खुला था। वेदांत फैशन का इश्यू प्राइस 866 रुपए तय किया गया था। आईपीओ बंद होने तक कंपनी का इश्यू 2.57 गुना सब्सक्राइब हुआ था। रिटेल निवेशकों ने कंपनी के आईपीओ में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। उनके लिए आरक्षित हिस्से में से सिर्फ 31 फीसदी की ही बोली निवेशकों द्वारा लगाई गई। दूसरी तरफ आईपीओ को क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) से शानदार रिस्पांस मिला। QIB के लिए आरक्षित हिस्सा सबसे ज्यादा 7.49 गुना सब्सक्राइब हुआ, जबकि नॉन – इंटर इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1.07 गुना सब्सक्राइब हुआ।

कंपनी की प्रोफाइल: वेदांत फैशन का ब्रांड मान्यवर देश में काफी लोकप्रिय है। कंपनी भारतीय परिधान और पारंपरिक पोशाक बेचती है। कंपनी के पास त्वमेव, मंथन, मोहे और मेबाज ब्रांड है। कंपनी के पास भारत के 212 शहरों में 537 एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट का बड़ा रिटेल नेटवर्क है। जबकि कंपनी के पास भारत के बाहर अमेरिका, कनाडा और यूएई 11 एक्सक्लूसिव स्टोर है। कंपनी की योजना भारत के टियर-2 और टियर-3 शहरों में विस्तार करने की है।

कंपनी की वित्तीय स्थिति: वेदांत फैशन पिछले 3 सालों के दौरान एक मुनाफे वाली कंपनी रही है। कंपनी को 2019 के दौरान 176 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ। वहीं, 2020 में यह मुनाफा बढ़कर 237 करोड़ पर पहुंच गया। जबकि 2021 में कंपनी के मुनाफा 104 रुपए घटकर 133 करोड़ रुपए रहा। इस अवधि के दौरान कंपनी के मुनाफे में उतार चढ़ाव देखने को मिला है। साल 2019 में कंपनी की आय 820 करोड़ रुपए रही। 2020 यह 128 करोड़ रुपए के इजाफे के साथ 948 करोड़ पर पहुंच गई जबकि साल 2021 में कंपनी की आय में 300 करोड़ रुपए की गिरावट देखने को मिली है।