दूरसंचार रेग्युलेटर ट्राई ने टेलीकॉम मंत्रालय ने एयरटेल, वोडाफोन पर और आइडिया पर 3,050 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। ट्राई ने आज बताया कि भारती एयरटेल लिमिटेड पर उसकी मौजूदगी वाले 22 सर्किलों में से जम्मू-कश्मीर को छोड़कर शेष 21 में हर सर्किल के लिए 50-50 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इस प्रकार उस पर कुल 1,050 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। इसी तरह से वोडाफोन इंडिया पर भी जम्मू-कश्मीर को छोड़कर अन्य सभी 21 सर्किलों में 50-50 करोड़ (कुल 1050 करोड़) रुपए का जुर्माना लगाया गया है। वहीं आइडिया सेलुलर पर उसकी मौजूदगी वाले 20 सर्किलों में से हिमाचल प्रदेश को छोड़कर शेष 19 में 50-50 करोड़ रुपये के हिसाब से कुल 950 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है। रिलायंस जियो ने इन सभी कंपनियों के खिलाफ पर्याप्त अंतरसंपर्क मुहैया नहीं कराने के लिए 14 जुलाई को शिकायत की थी।

दरअसल, जुर्माने लगाना की वजह को बताते हुए ट्राई का कहना है कि उसके निर्देशानुसार इस मामले में तीनों दूरसंचार कंपनियों को 19 जुलाई को पत्र लिखकर मामला सुलझाने को कहा था लेकिन, जियो के बार-बार शिकायत करने के बाद जांच में ट्राई ने पाया कि तीनों आरोपी कंपनियों ने उसके निर्देश का पालन नहीं किया है और इसलिए उन पर जुर्माना लगाने का फैसला किया गया।

बता दें कि जियो के इन आरोपों से हमेशा एयरटेल और बाकी टेलीकॉम कंपनियां इंकार करती रहीं। हालांकि ट्राई की ओर से ये सिफारिश मंत्रालय से की गई है जिस पर आखिरी मुहर टेलीकॉम मंत्रालय लगाएगा। इस साल पांच सितंबर को वाणिज्यिक लॉचिंग के बाद से मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की इकाई रिलायंस जियो ने लगातार तीनों कंपनियों पर पर्याप्त अंतरसंपर्क नहीं मुहैया कराने का आरोप लगाते हुये कहा था कि इस वजह से उसके ग्राहकों के करोड़ों कॉल रोजाना फेल हो रही हैं।

ट्राई का कहना है कि लाइसेंस रद्द करने का फैसला ग्राहकों के हित में नहीं होता, इसीलिए जुर्माना लगाने की सिफारिश का फैसला लिया गया। इंटरकनेक्शन प्वाइंट वो जरिया है जिसकी बदौलत एक नेटवर्क से दूसरी नेटवर्क पर कॉल पूरी होती है। अगर ये माध्यम अपर्याप्त है तो कॉल ड्रॉप की समस्या बढ़ती है।