भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) सहित केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने इस वित्त वर्ष में एक्सचेंट ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का निवेश बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोध किया है। बीएमएस के महासचिव और ईपीएफओ के न्यासी विरजेश उपाध्याय ने कहा, ‘हम इसका विरोध कर रहे हैं। पिछली बार जब उन्होंने ईटीएफ में निवेश का फैसला किया था, तो सभी ट्रेड यूनियनें इसके खिलाफ थीं। यह गलत फैसला था। हम सात जुलाई को केंद्रीय न्यासी बोर्ड की बैठक में ईटीएफ में ईपीएफओ का निवेश का हिस्सा बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोध करेंगे।’

श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने इससे पहले संकेत दिया था कि ईपीएफओ की निवेश योग्य जमा का ईटीएफ में निवेश 5 प्रतिशत से बढ़ाने के प्रस्ताव पर सीबीटी की बैठक में विचार किया जाएगा। हालांकि, बैठक के एजेंडा में यह प्रस्ताव शामिल नहीं है, लेकिन अध्यक्ष की अनुमति से गैर सूचीबद्ध प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है।