भारत में लंबे समय से यह प्रथा चली आई है कि पिता या परिवार के कारोबार को उसके आने वाली भावी पीढ़ी संभालती है चाहे वैसे लड़का हो या लड़की हो। आज हम भारत के ऐसे ही 5 बड़े कारोबारियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें उनका कारोबार अपने पिता से विरासत के रूप में मिला है।
अंबानी परिवार : रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना धीरूभाई अंबानी ने की थी, उनके जाने के बाद अनिल और मुकेश के बीच हुए बंटवारे में यह कंपनी बड़े बेटे के हाथ आई। फिर मुकेश ने इस कंपनी कमान संभाली। आज रिलायंस इंडस्ट्रीज बाजार मूल्यांकन के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी हैं। मौजूदा समय में बात करे तो मुकेश अंबानी के तीनों बच्चे ईशा, आकाश और अनंत कंपनी में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है।
प्रेमजी परिवार: देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो के पूर्व चेयरमैन अजीम प्रेमजी के रिटायर होने के बाद, उन्होंने अपने बेटे राशिद प्रेम जी को जुलाई 2019 विप्रो का चेयरमैन बनाया है। उन्होंने अपने दूसरे बेटे तारिक प्रेम जी को अजीम प्रेमजी एंडोमेंट फंड का वाइस प्रेसिडेंट बनाया है।
नादर परिवार: एचसीएल टेक्नोलॉजी के संस्थापक और पूर्व चेयरमैन शिव नादर ने अपनी कंपनी की कमान अपनी बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा को सौंपी है। बता दें, शिव नादर ने 2021 में ही कंपनी के एमडी और डायरेक्टर पद से इस्तीफा देकर रिटायरमेंट ले लिया था।
पीरामल परिवार: पीरामल ग्रुप देश के सबसे बड़े कारोबारी समूहों में से एक है। मौजूदा समय में अजय पीरामल ग्रुप के चेयरमैन है। उनकी बेटी नंदिनी पीरामल एक्सक्यूटिव डायरेक्टर है जबकि उनके बेटे आनंद पीरामल ग्रुप के डायरेक्टर है और पीरामल रियलिटी के फाउंडर है।
गोदरेज परिवार: गोदरेज ग्रुप देश के सबसे पुराने कारोबारी समूहों में से हैं। इसकी स्थापना अर्देशिर गोदरेज और पिरोजशा बुर्जोरजी गोदरेज ने वर्ष 1897 में की थी। मौजूदा समय में ग्रुप का कारोबार रियल एस्टेट, कंजूमर, एग्रीकल्चर और कई अन्य सेक्टरों में फैला हुआ है। फिलहाल ग्रुप का कारोबार पिरोजशा बुर्जोरजी गोदरेज के बेटों आदि गोदरेज, नादिर गोदरेज और उनके चचेरे भाई जमशेद गोदरेज द्वारा संभाला जा रहा है।