कुछ दिनों पहले एलन मस्क (Elon Musk) के मालिकाना हक वाली Tesla की एक टीम भारत आई थी। और कंपनी के फाउंडर व सीईओ मस्क ने संकेत दिए थे कि इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली यह कंपनी अपनी नई फैक्ट्री भारत में सेटअप कर सकती है।

Wall Street Journal (वॉल स्ट्रीट जर्नल) को दिए एक इंटरव्यू में मस्क ने कहा था कि इलेक्ट्रिक कार निर्मात इस साल (2023) के आखिर तक नई फैक्ट्री के लिए एक नई लोकेशन का चुनाव कर लेगी। मस्क ने आगे कहा कि भारत इस तरह के विस्तार के लिए एक ‘Intresting’ जगह हो सकती है। टेस्ला के प्लांट के लिए सबसे बढ़िया देश से जुड़े सवाल पर मस्क ने कहा, ‘हमने यह ऐलान किया था कि अमेरिका के बाहर मैक्सिको हमारी अगली लोकेशन होगी। इस साल के आखिर तक हम एक और लोकेशन का चुनाव कर लेंगे।’

जब मस्क से यह पूछा गया कि क्या भारत नए प्लांट के लिए एक ‘Intresting’ जगह है? तो उन्होंने इसका जवाब दिया, ‘बिल्कुल’। हालांकि, भारत को लेकर मस्क के शब्दों से किसी तरह की प्रतिबद्धता का इजहार नहीं होता है। लेकिन एक बार फिर ये कयास लगने शुरू हो गए हैं कि आखिरकार इलेक्ट्रिक कार कंपनी भारत के बारे में गंभीरता से सोच रही है। खासतौर पर तब यह बात और खास हो जाती है जबकि टेस्ला को भारत में अपनी कार लॉन्च करने के दौरान कई तरह की ‘चुनौतियां’ और ऊंची इंपोर्ट ड्यूटी का सामना करना पड़ा था।

गौर करने वाली बात है कि एक हफ्ते पहले हुई टेस्ला की टीम की विजिट के बाद ये खबरें थी कि भारत सरकार देश में आखिरकार कंपनी को एंट्री की अनुमति दे सकती है। इससे पहले टेस्ला भारत में अपनी टेस्ट बेसिस पर अपनी करों को शिप करने के लिए इंपोर्ट ड्यूटी कम करने की राह देख रही थी।

इंपोर्ट ड्यूटी कम करने पर नहीं बदला सरकार का रुख

हमारे सहयोगी इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत टेस्ला से जुड़े मामले को देख रहे एक मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि इंपोर्ट ड्यूटी कम करने के मामले में सरकार का रुख जरा भी नहीं बदला है। अगर कुछ बदला है तो वह टेस्ला की तरफ से है। ऐसा लगता है कि कंपनी अब भारत में इंपोर्ट ड्यूटी कम करने की शर्त रखे बिना मैन्युफैक्चरिंग को लेकर बात करने की इच्छा जाहिर कर रही है।

Import duties in India

2021 में टेस्ला ने नोडल सेंट्रल मिनिस्ट्रीज को लिखित में पूरी तरह से असेंबल कारों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी कम करने को कहा था। फिलहाल, कंपलीटली बिल्ट यूनिट्स (CBUs) के तौर पर इंपोर्ट होने वाली कार पर 60 से 100 फीसदी तक कस्टम ड्यूटी की छूट मिल जाती है। यह छूट, इंजन साइज़ और कॉस्ट के अलावा इंश्योरेंस और 40,000 डॉलर से कम या ज्यादा फ्राइट (CIF) वैल्यू पर निर्भर करती है। 40,000 डॉलर से ज्यादा दाम वाली कार पर ड्यूटी 100 प्रतिशत जबकि इससे कम दाम वाली कार पर 70 फीसदी है। टेस्ला ने सरकार से इस ड्यूटी को 40 फीसदी तक और इससे कम करने के लिए कहा था।

पिछले साल (2022) की शुरुआत में टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क ने ट्वीट कर दावा किया था कि भारत सरकार के साथ चल रहे अवरोध के चलते भारत में टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने में देरी हो रही है। कई राज्यों के प्रतिनिधि भी अपने राज्य में इलेक्ट्रिक कार के लिए दुकानें सेटअप करने के लिए तैयार थे।