दूरसंचार आॅपरेटर टेलीनॉर इंडिया आगामी स्पेक्ट्रम नीलामी में भाग नहीं लेगी। हालांकि, कंपनी ने देश से बाहर निकलने की लागत कम करने तथा भारत में अपने कारोबार के लिए विकल्प तलाशने को यहां कुछ समय तक बने रहने का फैसला किया है। इसके साथ ही कंपनी ने यह संकेत दिया है कि भारत में रिलायंस जियो के व्यावसायिक तौर पर बाजार में उतरने के प्रभाव का आकलन करने के बाद यहां अपने भविष्य के बारे में फैसला करेगी। टेलीनॉर समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिग्वे ब्रेके ने समूह के वित्तीय नतीजों की घोषणा करते हुए कहा- हमें भारत में लंबे समय तक प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए और स्पेक्ट्रम की जरूरत है। इसके बाद हमने आगामी स्पेक्ट्रम नीलामी में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। इसकी वजह नियामक द्वारा प्रस्तावित मूल्य स्तर है। इस दौरान हम अपनी बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
टेलीनॉर इंडिया के नेटवर्क पर उपभोक्ताआें की संख्या 4.4 करोड़ है। कंपनी भारत में ऐसे लोगों को लक्ष्य करती है जिनकी खर्च क्षमता कम है। 31 मार्च, 2016 को समाप्त पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा करते हुए ब्रेके ने कहा था कि भारत में लंबे समय तक उपस्थिति हमारी अतिरिक्त स्पेक्ट्रम हासिल करने की क्षमता पर निर्भर करेगी। उन्होंने कहा था कि टेलीनॉर भारत में रिलायंस जियो की सेवाएं शुरू होने के प्रभाव को देखना चाहती है। विशेषज्ञों का मानना है कि जियो की 4जी सेवाआें से बाजार में खलबली मचेगी। जियो की चुनौती से निपटने के लिए प्रमुख दूरसंचार कंपनियों ने पहले ही अपनी दरों में कटौती शुरू कर दी है।
मुकेश अंबानी की कंपनी जियो का दावा है कि उसकी सेवाआें की वाणिज्यिक शुरुआत से पहले ही उसके नेटवर्क पर 15 लाख उपयोक्ता हैं। कंपनी ने पहले ही तिमाही के दौरान उसके प्रदर्शन को प्रभावित करने वाली संपत्तियों को बट्टे खाते में डाल दिया है। बे्रके ने कहा कि टेलीनॉर इंडिया की टीम अन्य विकल्प व दीर्घावधि का समाधान तलाश करेगी। जून 2016 को समाप्त दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन नुकसान बढ़कर 105 करोड़ रुपए हो गया जो जो पिछले साल 71.3 करोड़ रुपए था। कंपनी की कुल आय हालांकि, इस दौरान करीब 12.73 फीसद बढ़कर 1,230 करोड़ रुपए हो गई जो पिछले साल इसी तिमाही में 1,080 करोड़ रुपए थी।
टेलीनॉर इंडिया देश में 22 में से छह सर्किलों में जीएसएम आधारित सेवाएं देती है। कंपनी का परिचालन आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश पूर्व और पश्चिम, बिहार, गुजरात और महाराष्ट्र में है। टेलीनॉर ने जून तिमाही की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हम ग्राहकों की मांग को पूरा करने और मौजूदा स्पेक्ट्रम के साथ कारोबार को बढ़ाने की कोशिश करते रहेंगे।