टाटा स्टारबक्स की आमदनी बीते वित्त वर्ष 2021-22 में 76 प्रतिश्त बढ़कर 636 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। कॉफी हाउस का संचालन करने वाली कंपनी टाटा स्टारबक्स ने कहा है कि लॉकडाउन हटने के बाद उसका व्यापार सामान्य हुआ है और इस कारण से वह अपने घाटे को कम करने में सफल रही है।

टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (टीसीपीएल) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा स्टोर से कमाई बढ़ने और वित्त वर्ष के दौरान नए स्टोर खोलने से टाटा स्टारबक्स की आमदनी में इजाफा हुआ है। टीसीपीएल ने अपने संयुक्त उद्यम के प्रदर्शन को साझा करते हुए कहा कि ऑपरेशनल आय 76 प्रतिशत बढ़कर 636 करोड़ रुपये पर पहुंच गई और कंपनी के शुद्ध घाटे में उल्लेखनीय कमी आई है। हालांकि, कंपनी ने वित्त वर्ष के दौरान अपने शुद्ध घाटे का ब्योरा नहीं दिया है। बीते वित्त वर्ष में कंपनी ने 50 स्टोर खोले हैं। उसके अब 26 शहरों में कुल 268 स्टोर हो गए हैं।

टाटा स्टारबक्स का गठन 2012 में हुआ था। यह स्टारबक्स कॉरपोरेशन और टाटा समूह की एफएमसीजी इकाई टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स का 50:50 का जॉइंट वेंचर है। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी ने इक्विटी पूंजी के रूप में 86 करोड़ रुपये का निवेश किया है।

टाटा को मिला जेवर एयरपोर्ट बनाने का ठेका: टाटा समूह की इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी टाटा प्रोजेक्ट को यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) से शुक्रवार को एयरपोर्ट बनाने का ठेका मिला है। टाटा प्रोजेक्ट्स ने यह बोली देश की दिग्गज इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों जैसे एलएंडटी (L&T) और शापूरजी पलोनजी जैसी कंपनियों को पछाड़ कर हासिल की है।

बता दें, सरकार की ओर से जेवर इंटरनेशनल बनाने का ठेका स्विटजरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को दिया है। वाईआईएपीएल इसी कंपनी के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा है कि टाटा प्रोजेक्ट टर्मिनल, रनवे, सड़क एयर साइड इंफ्रास्ट्रक्चर आदि का निर्माण करेगा।

वाईआईएपीएल ने बताया कि पहले चरण में 5700 करोड़ रुपए का निवेश कर एक हवाईपट्टी को विकसित किया जाएगा, जिसकी सालाना क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों को मिलेगी। इस एयरपोर्ट पर ऑपरेशन 2024 तक शुरू होने की उम्मीद है।