टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) का लक्ष्य दुनिया की सबसे मुनाफे वाली लक्जरी कार कंपनी बनने का है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थिएरी बोलोर ने यह बात कही है।
क्या कहा सीईओ ने: टाटा मोटर्स की 2020-21 की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए बोलोर ने कहा कि ब्रिटिश ब्रांड की योजना मात्रा की तुलना में लाभ पर ध्यान केंद्रित कर मूल्यवर्धन पर ध्यान देने की है। बोलोर ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य दो अंकीय ईबीआईटी मार्जिन और दुनिया की सबसे मुनाफे वाली लक्जरी कार विनिर्माता बनने का है।’’ उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर की कमी के अलावा कई और चुनौतियां हैं जिनसे निपटने की जरूरत होगी।
बोलोर ने कहा, ‘‘लेकिन हम आगे नए सोच की रणनीति के साथ बढ़ेंगे। डिजाइन में हम आधुनिक लक्जरी प्रदान करेंगे। नए विचार के साथ के हम अपने कारोबार में बदलाव ला सकेंगे। हमारा लक्ष्य अपने ग्राहकों को संतुष्ट करने तथा हमारे निवेशकों और लोगों को मूल्यवर्धन का है।’’
मंदी के दौर में अधिग्रहण: आपको बता दें कि रतन टाटा की अगुवाई में टाटा मोटर्स ने जगुआर और लैंड रोवर ब्रांड्स का अधिग्रहण किया था। दरअसल, ये कंपनियां फोर्ड मोटर्स की थीं और साल 2008 की मंदी से फोर्ड मोटर्स की काफी नुकसान उठाना पड़ा था। फोर्ड की हालत इतनी खराब थी कि उसने इन दोनों ब्रांड को बेचने का फैसला किया। इसे खरीदने के लिए रतन टाटा सबसे आगे आए और उन्होंने कब्जा जमाया।
अभी क्या है कंपनी का हाल: वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) की खुदरा बिक्री 13 फीसदी तक बढ़ी है। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक खुदरा बिक्री बढ़कर 1,23,483 यूनिट्स हो गई। जेएलआर ने कहा कि पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में उसकी वैश्विक बिक्री 4,39,588 इकाई रही, जो इससे पिछले साल के मुकाबले 13.6 प्रतिशत कम है। एक साल पहले की तुलना में जेएलआर की चीन में बिक्री 127 प्रतिशत बढ़ी है।