यूं तो हर कोई भविष्य के लिए कुछ न कुछ निवेश करने की कोशिश करता है, लेकिन यह इतना आसान नहीं होता। ऐसे में कुछ निवेश स्कीमें कारगर हो सकती हैं, जिन्हें आसानी से लिया जा सकता है और लंबे वक्त में बड़ा फायदा उठाया जा सकता है। डाकघर से संचालित होने वाली ऐसी ही कई स्कीमों में से है, सुकन्या समृद्धि योजना। इस स्कीम के जरिए आप बेटी के नाम पर भविष्य में कुछ राशि जमा कर सकते हैं और टैक्स में कुछ छूट भी हासिल कर सकते हैं। कितना फायदा मिलेगा और कैसे अकाउंट खुलेगा, आइए जानते हैं इस स्कीम से जुड़े अहम सवालों के जवाब…

कैसे खुलेगा खाता: यदि बेटी की उम्र 10 साल से कम हो तो आप उसके नाम पर यह खाता खुलवा सकते हैं। न्यूनतम 1,000 रुपये जमा करके खाता खुलवाया जा सकता है। इस खाते में आप साल में अधिकतम 1,50,000 रुपये जमा कर सकते हैं। इस स्कीम पर हर तिमाही में ब्याज की दर बदलती है, जिसे साल के अंत में खाते में क्रेडिट किया जाता है।

कितना मिलता है ब्याज: फिलहाल इस स्कीम पर 8.4 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिल रहा है, जो पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम में दूसरी सबसे ऊंची ब्याज दर है। महीने के 5वें और आखिरी दिन खाते में जमा राशि पर ब्याज जोड़ा जाता है।

कैसे निकाल सकते हैं रकम: सुकन्या समृद्धि अकाउंट की सीमा 21 साल की है, जिसके बाद आप इसमें जमा राशि निकाल सकते हैं। लेकिन, यदि बेटी की उम्र 18 साल पूरी हो गई हो तो आप उसकी पढ़ाई या शादी जैसी जरूरत के लिए भी राशि निकाल सकते हैं। हालांकि समय से पहले निकालने पर आपको समाप्त हुए वित्त वर्ष में जमा राशि का आधा हिस्सा ही मिलेगा। खाता खुलने के बाद आप 14 साल तक इसमें निवेश कर सकते हैं।

बेटी को ही मिलेगी खाते में जमा रकम: 21 साल की अवधि पूरी होने के बाद खाते में जमा रकम उस बेटी को ही मिलेगी, जिसके नाम पर अकाउंट खुला होगा। इसमें सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि यदि कोई 21 साल के बाद भी खाता बंद नहीं कराता है तो उस पर ब्याज पहले की तरह ही लगातार जुड़ता रहेगा।

टैक्स में भी बड़ी राहत: टैक्स सेविंग के उपाय के तौर पर भी यह स्कीम काफी लोकप्रिय हो रही है। इनकम टैक्स की धारा 80 सी के तहत आपको अकाउंट में जमा रकम के साथ ही उस पर मिलने वाले ब्याज पर भी छूट मिलेगी। यही नहीं निकासी के दौरान भी जमा रकम और ब्याज पर किसी तरह की टैक्स वसूली नहीं होगी।