कोरोना के इस संकट के दौर ने ज्यादातर लोगों को आर्थिक मुश्किल में भी डाल दिया है। यह ऐसा वक्त है, जब ज्यादातर लोगों को एक बार फिर यह महसूस हुआ है कि मुश्किल वक्त के लिए कुछ जरूरी पूंजी जरूर जमा होनी चाहिए। ऐसे में बेटियों के नाम पर चलने वाली सुकन्या समृद्धि स्कीम बेहद अहम हो सकती है। इसके जरिए धीरे-धीरे न सिर्फ आप बेटी के नाम कुछ रकम जमा कर लेंगे बल्कि टैक्स में भी राहत मिलेगी। पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से 2015 में लॉन्च की गई इस स्कीम से जुड़ना बेहद आसान है। इस स्कीम के तहत फिलहाल सालाना 7.6 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। आइए जानते हैं, कैसे सुकन्या स्कीम के तहत खुल सकता है अकाउंट…

सुकन्या स्कीम के तहत किसी भी डाकघर या फिर अधिकृत बैंक में खाता खुल सकता है। यह अकाउंट आपकी 10 साल तक की बेटी के नाम पर ही खुलेगा।

इस खाते को बेटी के माता-पिता या फिर वैधानिक अभिभावक ही खुलवा सकते हैं।

खाता खोलने के फॉर्म पर बेटी के बारे में पूरी जानकारी लिखनी होगी। इसके अलावा अभिभावक का पता और पहचान के प्रूफ देने होंगे। इसका अर्थ यह है कि आपको केवाईसी पूरी करानी होगी।

इस स्कीम के तहत खाता खोलने के लिए आपको फॉर्म SSA-1 भरना होगा और जरूरी दस्तावेज लगाकर जमा करना होगा।

बैंक या फिर डाकघर की ओर से दस्तावेजों के वेरिफिकेशन के साथ ही आपका अकाउंट खुल जाएगा।

अकाउंट खुलने के बाद अकाउंट होल्डर को पासबुक भी दी जाएगी।

इस स्कीम की मैच्योरिटी की अवधि बेटी की उम्र 21 साल होने की है।

सुकन्या स्कीम के तहत खाता खुलवाने के लिए परिजनों को अपने एड्रेस प्रूफ के दस्तावेज देने होंगे। इनके लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बिजली बिल या फिर राशन कार्ड दिया जा सकता है।

इसके अलावा पहचान के प्रूफ के तौर पर आप पासपोर्ट, आधार कार्ड या फिर पैन कार्ड दे सकते हैं। बेटी के जन्म का प्रमाणपत्र भी देना होगा।