चीनी की कीमतों में अगले साल इजाफा हो सकता है, क्योंकि इसका उत्पादन कम रहने का अनुमान है। उद्योग मंडल एसोचैम के अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है। एसोचैम का कहना है कि गन्ने का बकाया बढ़ रहा है इसलिए किसान अन्य फसलों की ओर रूख कर रहे हैं।

चीनी उद्योग के प्रमुख संगठन इस्मा के ताजा अनुमान के अनुसार 2015-16 में चीनी का उत्पादन 2.7 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह जुलाई में लगाए गए 2.8 करोड़ टन के अनुमान से कम है। 2014-15 में चीनी का उत्पादन आठ साल के उच्च स्तर 2.83 करोड़ टन पर रहा था।

अध्ययन में कहा गया है कि लगातार जारी अल नीनो का प्रभाव आगामी वर्षों में गन्ने का उत्पादन बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा घरेलू उत्पादन में कमी तथा आक्रामक चीनी निर्यात रणनीति से घरेलू कीमतों पर दबाव पड़ेगा।

इसमें कहा गया है कि 2015-16 में उत्पादन में करीब 12 लाख टन की कमी का विशेष प्रभाव नहीं होगा, लेकिन 2016-17 में गन्ना उत्पादन में गिरावट की संभावना अधिक चिंता की बात है।