भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टीन लैगार्ड की प्रोत्साहन भरी टिप्पणी के बाद सोमवार को सेंसेक्स 200.95 अंक चढ़कर 32,633.64 अंक और निफ्टी 63.40 अंक की बढ़त के साथ 10,230.85 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। ब्रोकरों के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के दूसरी तिमाही के उत्साहजनक परिणाम और दिवाली से पहले कारोबार में तेजी के चलते शेयर बाजार में लिवाली का रुख दिखाई दिया। इसके अलावा दिन में कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 64.68 पर पहुंच जाने से भी बाजार को समर्थन मिला।

आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टीन के बयान की वजह से भी लिवाली को समर्थन मिला। हांलाकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी अपने पूर्व के 10,242.95 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर को पार नहीं कर पाया।  दिन में कारोबार के समय सेंकेक्स 32,687.32 अंक के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। इससे पहले यह एक अगस्त को 32,575.17 अंक और दो अगस्त को 32,686.48 अंक के उच्च स्तर को छू चुका है। पिछले दो सत्र के कारोबार में इसमें 598.70 अंक की वृद्धि देखी गई। सितंबर के थोक मूल्य सूचकांक के 2.60% तक गिर जाने और घरेलू सांस्थानिक निवेशकों की खरीद से शेयर बाजार में तेजी देखी गई।

बता दें कि आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड ने रविवार को कहा था कि मध्यम अवधि में भारतीय अर्थव्यवस्था काफी मजबूती की राह पर है। कुछ दिन पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने चालू वर्ष और अगले साल के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को घटाया है। भारत में हालिया दो प्रमुख सुधारों…नोटबंदी तथा माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को ऐतिहासिक सुधार बताते हुए लेगार्ड ने कहा था कि इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए कि लघु अवधि के लिए इससे अर्थव्यवस्था में कुछ सुस्ती आएगी।