Stock Market Crash: भारतीय शेयर मार्केट आज (3 अक्टूबर 2024) उम्मीद के मुताबिक गिरकर खुला। शुरुआती कारोबार में BSE Sensex आज सुबह 1200 से ज्यादा और निफ्टी 350 से ज्यादा गिरकर कारोबार कर रहा था। पश्चिम एशिया में इजरायल-ईरान युद्ध की टेंशन और SEBI के नए नियमों के चलते बाजार में आज निवेशकों की भावनाएं आहत हुईं और जमकर बिकवाली के चलते बाजार बुरी तरह ढह गया। दोपहर 3.30 बजे शेयर बाजार बंद होने के समय 4 महीने की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। 4 जून 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है।

शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 1769 अंक गिरकर 82497.10 और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) 529.95 अंक गिरकर 25266 के लेवल पर बंद हुए। लगभग सभी बड़े शेयर्स लाल रंग के निशान पर कारोबार करते दिखे।

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पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने से पैदा हुई चिंता के बीच घरेलू स्तर पर शेयर बाजारों में आज चौतरफा बिकवाली हुई और मानक सूचकांक दो प्रतिशत से अधिक टूट गए। सेंसेक्स में 1,769 अंक और निफ्टी में 547 अंक की भारी गिरावट दर्ज की गई। विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी कोषों की सतत निकासी और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। इससे स्थानीय बाजार लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुए।

Sensex में कितना नुकसान!

सेंसेक्स की कंपनियों में से लार्सन एंड टुब्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस, मारुति, बजाज फिनसर्व, कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन, अदाणी पोर्ट्स और एचडीएफसी बैंक में खासी गिरावट दर्ज की गई। बाजार की चौतरफा गिरावट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से सिर्फ जेएसडब्ल्यू स्टील ही बढ़त लेने में सफल रही।

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जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘इजराइल पर ईरान की तरफ से बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने के बाद घरेलू बाजारों में तेज गिरावट आई। दरअसल, अब इजराइल की तरफ से तेल उत्पादक ईरान पर जवाबी कार्रवाई करने की आशंका बढ़ गई है जो इस संघर्ष को बड़ा रूप दे सकता है।’’

नायर ने कहा, ‘‘वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) खंड के लिए सेबी के नए नियमों ने भी व्यापक बाजार में सौदों की संख्या कम होने से जुड़ी चिंता बढ़ाने का काम किया है। इसके साथ चीन में बाजार का मूल्यांकन आकर्षक होने से विदेशी निवेशकों ने अब अपनी पूंजी का रुख उधर मोड़ दिया है जिससे भारतीय शेयरों पर दबाव बढ़ गया है।’’ शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 5,579.35 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी।

एशिया के अन्य बाजारों में हॉन्ग कॉन्ग के हैंगसेंग में गिरावट रही जबकि जापान का निक्की बढ़त के साथ बंद हुआ। चीन के शेयर बाजार सार्वजनिक अवकाश होने से सप्ताह के बाकी दिनों के लिए बंद रहेंगे। यूरोप के अधिकांश बाजार दोपहर में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।

बुधवार (2 अक्तूबर) को अमेरिकी बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुए थे। पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के बीच वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.37 प्रतिशत बढ़कर 74.91 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर बुधवार को शेयर बाजार बंद रहे थे। मंगलवार (1 अक्तूबर) को बीएसई सेंसेक्स 33.49 अंक गिरकर 84,266.29 अंक पर और एनएसई निफ्टी 13.95 अंक की मामूली गिरावट के साथ 25,796.90 अंक पर बंद हुआ था।