भारतीय स्टेट बैंक के मुनाफे में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 81 पर्सेंट का इजाफा हुआ है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक को अप्रैल-जून तिमाही में 4,189.34 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है। डूबे कर्ज में कमी आने से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। बीते साल इसी अवधि में एसबीआई को 2,312.02 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। एसबीआई ने कहा कि उसके शुद्ध लाभ में इजाफे की एक वजह बीमा कारोबार की हिस्सेदारी को बेचना भी है।
बैंक ने 1,539.73 करोड़ रुपए में एसबीआई लाइफ की हिस्सेदारी जून तिमाही में बेची है। फिलहाल एसबीआई लाइफ में बैंक की होल्डिंग 55.5 प्रतिशत है। हिस्सेदारी बिकने से पहले यह 57.60 प्रतिशत थी। जून तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय 26,641 करोड़ रुपए रही है। एक साल पहले की समान तिमाही की तुलना में यह 16 प्रतिशत ज्यादा है। इसके अलावा एनपीए में भी बड़ी कमी देखने को मिली है। जून तिमाही में एसबीआई का ग्रॉस एनपीए 13 पर्सेंट कम होते हुए 1.29 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो बीती तिमाही में 1.49 लाख करोड़ रुपये था। इसके अलावा नेट एनपीए में भी 17 पर्सेंट की कमी दर्ज की गई है।
ब्याज से कमाई में हुआ इजाफा: स्टेट बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम 266,41 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले की समान तिमाही में नेट इंटरेस्ट इनकम 22,938.8 करोड़ रुपये रही थी। अप्रैल-जून तिमाही के लिए बैंक ने 12501 करोड़ रुपये की प्रोविजनिंग की है। मार्च तिमाही में यह 13495 करोड़ था, जबकि एक साल पहले की जून तिमाही में प्रोविजनिंग 9182 करोड़ रुपये की थी। तिमाही आधार पर प्रोविजनिंग घटी है, लेकिन सालाना आधार पर इसमें 36 फीसदी की तेजी आई है।